-रुड़की का न्यूनतम तापमान रहा 7.6 डिग्री सेल्सियस

-रातभर कोहरा होने से मकानों की दीवार भी हुई ठंडी

-बाजार से लेकर खेतीबाड़ी तक पर पड़ रही मौसम की मार

ROORKEE (JNN) : ठंड लोगों को बेहाल किए हुए है। रुड़की का न्यूनतम तापमान 7.म् डिग्री व अधिकतम क्भ्.म् डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह तक कोहरा बरसने से मकान की दीवार भी ठंडी हो गई है। कोहरे के बीच सड़कों से चल पाना मुश्किल हो रहा है। ठंड की मार बढ़ती देख लोगों ने बाइक से तो फिलहाल सफर करना ही कम कर दिया है।

ठंड के प्रकोप से सब परेशान

ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। अभी तक तो गरीब वर्ग ही ठंड से बेहाल था पर अब तो ठंड से संपन्न लोग भी कराहते नजर आ रहे हैं। लोग सुबह से लेकर शाम तक अलाव जला रहे हैं, पर ठंड दूर नहीं हो पा रही है। ठंड का असर बाजार से लेकर खेतीबाड़ी तक पर साफतौर पर देखने को मिल रहा है। शीतलहर चलने के कारण शहर के बाजार एक घंटा लेट खुल रहे और दो घंटे पहले बंद हो जा रहे हैं। खेतीबाड़ी का काम भी काफी प्रभावित हो रहा है। किसान भी खेतीबाड़ी का काम अब पांच-छह घंटे ही कर पा रहा है।

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खुद जलाने पड़ रहे हैं अलाव

लोगों ने खुद अलाव जलाना शुरू कर दिए हैं। नगर निगम ने मात्र छह स्थानों पर जलाए गए अलाव पर्याप्त मात्रा में लकड़ी न मिलने के कारण घंटे बाद ही बंद हो जाते हैं, जिससे की लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल पाती। इसीलिए दुकानदारों ने चंदा एकत्र कर लकड़ी का इंतजाम कराने के बाद बाजार में जगह-जगह पर खुद ही अलाव जलाने की व्यवस्था की है।

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ठंड ने बढ़ाए अंडे के दाम

ठंड अधिक होने के कारण अंडे की बिक्री व रेट दोनों में ही वृद्धि हो गई है। अब दस रुपये का अंडा मिल पा रहा है। जबकि शाम के समय अंडों की किल्लत हो जाती है। चाय की दुकानों पर भी आजकल खासी भीड़ लग रही है।

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वूलन क्लाथ की बिक्री बढ़ी

ठंड का प्रकोप बढ़ने के कारण वूलन क्लाथ की बिक्री में भी इजाफा हुआ है। लोग गर्म कपड़े खरीदने में लगे हैं। कोट से लेकर जरकीन तक खरीदी जा रही है। टोपी व मफलर बहुत अधिक बिक रहे हैं।

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बस अड्डों पर सन्नाटा

रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस अड्डों पर शाम ढलते ही सन्नाटा पसर जाता है। इतनी अधिक ठंड पड़ रही है कि जरूरी काम वाले लोग ही सफर कर रहे हैं। जिसके चलते बसों में कोई भीड़ नहीं है। प्राइवेट वाहनों को भी सवारी कम ही मिल पा रही है।

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बच्चों को मिली राहत

फ्राइडे को स्कूल खुलने के समय दस से ग्यारह बजे तक हो जाने के कारण स्कूली बच्चों को आज बड़ी राहत महसूस हुई है। जो बच्चे सुबह पौने आठ बजे कोहरा बसरने के दौरान जाते थे उन्हें आज दो घंटे देर से स्कूल जाने में काफी सहूलियत हुई। इससे अभिभावकों की चिंता भी कम हुई है। सुबह के समय जल्द स्कूल खुलने के कारण बच्चे ठंड की चपेट में आ रहे थे। उन्हें खांसी, जुकाम व बुखार तक होने लगा था।

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हीटर, गीजर का नहीं मिल सका सहारा

कड़क ठंड से कंपकपा रहे लोगों का बिजली कटौती ने और अधिक दर्द बढ़ाए रखा। शहर व कस्बों में शुक्रवार को करीब दो बजे अचानक बिजली गुल हो गई जो शाम तक नहीं आ सकी। इस बीच बिजली संचालित सभी उपकरण बंद रहे। बिजली न आने से लोग हीटर, गीजर नहीं नहीं चला सके। जिस कारण लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल सकी। लोगों को दिन में भी अलाव का सहारा लेना पड़ा। ठंड अधिक होने के कारण शहर व कस्बों के सभी मोहल्लों में आज अलाव जलते रहे।

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दिखा ठंड का असर

ठंड ने फरियादियों के कदम रोके रहे। देहात क्षेत्र से शुक्रवार को पुरानी कचहरी स्थित तहसील भवन, ऊर्जा निगम, ब्लाक कार्यालय में कम ही फरियादी पहुंचे। ठंड का असर मंडी पर बहुत अधिक दिखा। अन्य दिनों की तुलना में एक तिहाई गुड़ भी मंडी नहीं पहुंचा।

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Posted By: Inextlive