इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बीस दिवसीय नाट्य वर्कशाप का समापन

ALLAHABAD: युवा कलाकारों में नाट्य प्रस्तुति की समझ बढ़ाने के उद्देश्य से समानांतर संस्था की ओर से आयोजित बीस दिवसीय नाट्य वर्कशाप का रविवार को समापन हो गया। अभिनय परक नाट्य वर्कशाप के समापन के अवसर पर तादात्म्य शीर्षक युवा कलाकारों ने नाटक के विभिन्न आयामों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कलाकारों ने वर्कशाप में सीखे गए आयामों में आंगिक, वाचिक, आहार्य एवं सात्विक विषयों पर आधारित अभ्यासों का प्रदर्शन किया। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ भवन में आयोजित हुए कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने अंतरंग शैली में विभिन्न शारीरिक क्रियाओं, योगा एवं थियेटर गेम्स के माध्यम से अपने अंदर छिपी प्रतिभा को प्रदर्शित किया।

भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने जीता दिल

तादात्म्य कार्यक्रम के अंतर्गत कई शानदार प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विशेष रूप से धर्मवीर भारती कृत अंधा युग के कई दृश्यों को कलाकारों ने इतनी सजीवता के साथ प्रस्तुत किया कि हर कोई उनकी प्रस्तुति पर झूमता रहा। राष्ट्रीय एकता एवं सद्भाव पर आधारित इम्प्रोवाइज्ड प्रस्तुति हम एक है, एक रहेंगे का मंचन विभिन्न गीतों के माध्यम से किया गया। इसके साथ ही जमुई खां आजाद द्वारा लिखित गीत अब आगे बढ़कर आप इक शम्मा जलाइये पर आधारित नाटक ने समाज को संदेश देने का कार्य किया। वर्कशाप में निर्देशक अनिल रंजन भौमिक के अतिरिक्त अभिनेता राकेश यादव ने कथक नृत्य एवं अखिलेश प्रजापति ने मुखौटा निमार्ण का प्रशिक्षण दिया। आखिर में समानांतर की अध्यक्ष प्रो। अनीता गोपेश ने सभी के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।

Posted By: Inextlive