LUCKNOW: टैलेंट उम्र का मोहताज नहीं होता। यह गॉड गिफ्ट है, जिसे निखारकर आप अपनी मनचाही मंजिल हासिल कर सकते हैं। राजधानी में ऐसे अनेक बच्चे हैं जो अपने हुनर से सभी को आश्चर्यचकित कर देते हैं। इनमें से कोई ड्रमिंग स्टार है तो कोई एक्टिंग की फील्ड में अपना लोहा मनवा रहा है। ये बच्चे अपनी प्रतिभा से बड़ों को भी मोटिवेट करने का काम कर रहे हैं। आइए इस चिल्ड्रेन डे पर हम आपको कुछ ऐसे ही बच्चों से मिलवाते हैं। पेश है अनुज टंडन की विशेष रिपोर्ट

थिरकते कदम, दिखाते हैं दम

वागीशा पंत चार साल की उम्र से डांस कर रही हैं। सिर्फ 9 साल की उम्र में इन्होंने ताज महोत्सव, कुंभ महोत्सव, बस्ती महोत्सव, मगहर महोत्सव आदि के बड़े मंचों पर अपनी डांसिंग प्रतिभा का लोहा मनवा दिया है। 400 के करीब स्टेज शो कर चुकीं वागीशा ने बीती 7 जुलाई को लगातार 5 घंटे 11 मिनट तक लोक नृत्य पर प्रस्तुति देकर गोल्डन बुक ऑफ रिकॉ‌र्ड्स में अपना नाम भी दर्ज कराया है। यही नहीं वे गवर्नमेंट स्कूल के बच्चों को डांस भी सिखाती हैं।

ड्रमिंग का नन्हां उस्ताद

महज दो साल की उम्र में देवाज्ञ पर ड्रमिंग का ऐसा क्रेज चढ़ा कि उन्होंने इसी में नाम करने की ठान ली। आज 5 साल की उम्र में वे 16 नेशनल और 7 इंटरनेशनल अवार्ड जीत चुके हैं। यही नहीं ग्रैंड मास्टर टाइटल फ्रॉम लंदन, फास्टेस्ट ड्रमिंग रिकार्ड, 6 मिनट में 10 हजार बीट्स का अवार्ड भी इनके नाम है। इनके नन्हे हाथ जब ड्रम पर चलते हैं तो बड़े-बड़े दंग रह जाते हैं। कई बच्चे इनसे प्रेरणा लेकर ड्रमिंग की फील्ड में करियर बनाने को बेताब हैं। देवाज्ञ बड़े होकर ड्रमिंग में शहर का नाम रोशन करना चाहते हैं।

आईएएस संग एक्ट्रेस का सपना

तीन साल की उम्र से कथक सीख रही अदिति जायसवाल ने जब एक्टिंग की ओर रुख किया तो पीछे मुड़कर नहीं देखा। 6 साल की उम्र में पहली फिल्म में करने वाली अदिति अब तक 600 से ज्यादा शो कर चुकी हैं। अदिति ने अजय देवगन, आयुष्मान खुराना और जॉन अब्राहम जैसे दिग्गजों संग स्क्रीन शेयर की है और दर्जनों सीरियल में भी अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुकी हैं। आईएएस बनने का ख्वाब रखने वाली अदिति एक्टिंग और डांसिंग में भी करियर बनाकर राजधानी का नाम रोशन करना चाहती हैं।

साइना-सिंधू की तरह बनना है

पापा बैडमिंटन खेलने जाते तो नन्हीं आर्नवी भी साथ जाती। पापा को खेलता देख उसने भी बैडमिंटन खेलना शुरू किया और इस खेल में छोटी उम्र में ही बड़े रिकार्ड बनाने लगी। आर्नवी अब तक कई डिस्ट्रीक्ट लेवल टूर्नामेंट जीतने के साथ नेशनल लेवल पर भी खेल चुकी हैं। आठ साल की उम्र में ही 3 गोल्ड और 3 सिल्वर मेडल जीत शहर का नाम रोशन करने वाली आर्नवी साइना और सिंधू की तरह देश का नाम ऊंचा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रही हैं। इस समय उनका ध्यान अंडर-13 टूर्नामेंट पर है।

Posted By: Inextlive