वार्ड नंबर - 35 (पहले 64)

जनसंख्या - लगभग 20,000

मतदाता - 15027

मेल वोटर - 8244

फीमेल वोटर - 6783

GORAKHPUR: नगर निगम क बाकी वार्ड की तरह बसंतपुर वार्ड भी प्रॉब्लम्स से अछूता नहीं है। दूसरे वार्ड की तरह यहां की सड़कें तो बेहतर हैं लेकिन दूसरी व्यवस्थाओं में यह वार्ड दूसरों जैसा ही है। सफाई तो होती है लेकिन मोहल्ले में ही कूड़े का डंपिंग प्वाइंट बना देने की वजह से आसपास के रहने वालों का रहना मुहाल हो जाता है। बारिश के दिनों में यहां के लोगों को पानी के बीच से होकर गुजरना ही मजबूरी है। वहीं आवारा जानवरों की भरमार की वजह से यहां पर बच्चे और बूढ़े कहीं भी जाने से डरते हैं। कुछ सड़कें यहां की बिल्कुल फिट एंड फाइन है, तो वहीं कुछ सड़कों को पिछले एक माह से खोदकर छोड़ दिया गया है और अब तक वह नहीं बन सकी हैं। वार्ड का जायजा लेने जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की वहां पहुंची, तो लोगों ने अपनी प्रॉब्लम शेयर कीं।

सफाई 10/4

वार्ड में पहुंचने के बाद रिपोर्टर की मुलाकात ओवैस से हुई। जब रिपोर्टर ने वार्ड की प्रॉब्लम का जिक्र किया तो उनका दर्द सामने आया। उन्होंने बताया कि वार्ड में सड़क और सफाई व्यवस्था तो काफी हद तक ठीक है, लेकिन यहां के जिम्मेदारों ने मोहल्ले में ही कूड़ा डंप करने के लिए जगह बना दी है। इसकी वजह से सारे मोहल्ले के साथ ही आसपास का कूड़ा वहीं डंप कर दिया जाता है, जिसकी वजह से मुकामी लोगों को रहने में काफी परेशानी होती है। अगर पूर्वा हवा चलती है तो लोगों की पेरशानी बढ़ जाती है। लोग हवा न आए इसके लिए खिड़की और दरवाजे बंद कर देते हैं।

वॉटर लॉगिंग 10/2

जब टीम आगे बढ़ी तो वहां उनकी मुलाकात मो। आसिम से हुई। उन्होंने बताया कि बरसात का सीजन आने वाला है, अब यह मोहल्ला भी मुसीबतों में घिरने वाला है। बंधे से सटा होने की वजह से यहां हमेशा ही वॉटर लॉगिंग का डर बना रहता है। वहीं नाला-नाली जाम हो जाने की वजह से मोहल्ले में वॉटर लॉगिंग की प्रॉब्लम बनी रहती है। जब भी अच्छी बारिश होती है, तो यहां घुटने तक पानी लग जाता है। पानी लगने के बाद इसे निकालने के लिए कई बार जनरेटर तक का इस्तेमाल करना पड़ता है।

बिजली 10/4

बिजली व्यवस्था भी यहां की बेहतर नहीं है। मोहल्ले के रहने वाले आबिद ने बताया कि यहां पर कई स्पॉट ऐसे हैं, जहां लोगों के घरों के ऊपर से ही तार होकर गुजरा है। इसकी वजह से छत पर बच्चों का जाना बैन हो गया है। कुछ पोल अपनी लाइफ पूरी कर चुके हैं और काफी झूल चुके हैं, जिसकी वजह से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। मदरसा चौराहे पर तो एक पोल बिल्कुल घर की छत से जा लगा है और उस पर बिजली का तार दौड़ा हुआ है, जिससे बिजली सप्लाई होती है। इससे वहां के लोग डरे हुए हैं और कई बार जिम्मेदारों से शिकायत भी कर चुके हैं, मगर अब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका है।

आवारा जानवर 10/2

अब गंदगी के ढेर लगे रहेंगे तो यहां आवारा जानवरों का बसेरा होना ही है। मोहल्ले के तालिब ने बताया कि यहां पर आवारा जानवरों की भरमार है। हर गली, सड़क पर यह नजर आ जाएंगे। सांड, कुत्ते और सुअर के आतंक से सभी परेशान है, मगर इससे उन्हें आजादी दिलाने वाला कोई नहीं मिल सका है। सुबह से शाम तक यहां आवारा जानवरों का बसेरा रहता है। सबसे ज्यादा तादाद कुत्तों की है, जिसकी वजह से लोग, खासतौर पर बच्चों को लोग घरों में ही कैद किए रहते हैं, वहीं महिलाएं और बुजुर्ग बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। मजबूरी में उन्हें इनसे बच-बचाकर निकलना पड़ता है।

सड़क - 10/6

वार्ड के नोमान ने बताया कि यहां पर सड़क तो ठीक है, लेकिन कई इलाके आज भी ऐसे हैं, जो इनके बनने का इंतजार कर रहे हैं। सड़कें खोद दी गई है और यहां लगाने के लिए ईट भी लाकर लगा दी गई है। मगर पिछले एक महीने से हुई ठेकेदारों की हड़ताल की वजह से यहां अब तक सड़क नहीं बन सकी है। बारिश के दिनों में तो यहां दलदल हो जाता है, जिसकी वजह से यहां से गुजरना लोगों के लिए किसी जंग लड़ने से कम नहीं रहता है।

कॉलिंग -

वार्ड में सड़क काफी अच्छी है। मगर कुछ इलाकों में रोड खोदकर छोड़ दी गई है, जो अब तक नहीं बन सकी है। इसकी वजह से बरसात के दिनों में यहां चलना दूभर हो जाता है।

- नोमान, स्टूडेंट

यहां सबसे ज्यादा पीने के पानी की प्रॉब्लम है। सरकारी नल से पीला और गंदा पानी आता है, वहीं वॉटर सप्लाई आए दिन खराब रहती है। इसकी वजह से लोगों को खरीदकर पानी पीना पड़ता है।

- वैभव अग्रहरी, प्रोफेशनल

सफाई व्यवस्था तो ठीक है, लेकिन मोहल्ले के पीछे ही कूड़ा डालने की जगह बना दी है। इससे हवा चलने से घर के दरवाजे और खिड़की खोलना दूभर हो जाता है। कई बार जिम्मेदारों से कहा गया है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

- आतिफ जफर, सोशल वर्कर

वार्ड में आवारा जानवर बहुत हैं। सबसे ज्यादा सुअर है, जो कई बार घरों में भी घुस आते हैं। वहीं कुत्ते भी रातभर परेशान करते हैं। सांड भी घूमते रहते हैं, जिससे यहां के लोगों का चलना मुश्किल हो गया है।

- ओवैस, स्टूडेंट

---------------

पब्लिक की मांग -

- नगर निगम के सफाईकर्मियों को सख्त हिदायत दी जाए कि वह कूड़ा यहां न डालें, जिससे यह मोहल्ला गंदगी से आजाद हो सके।

- वॉटर लॉगिंग की प्रॉब्लम को दूर करने के लिए यहां कोई ठोस इंतजाम किए जाएं।

- जितने भी पोल खराब हो चुके हैं, उन्हें बदलवाया जाए। जहां अंडरग्राउंड केबलिंग हो सकती है, वहां इसकी व्यवस्था की जाए।

- सड़क जो खोदकर छोड़ दी गई है, उसे ठीक कराया जाए, जिससे आने वाले दिनों में लोगों को मुश्किलों का सामना न करना पड़े।

Posted By: Inextlive