आईएसबीटी पर पसरा रहा सन्नाटा

अधिकतर सवारियां दिल्ली, नोएडा जाने वाली ही मिलीं

आगरा। सीएए को लेकर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में हुए बवाल के बाद रोडवेज बसों के संचालन पर भी फर्क पड़ा है। संवेदनशील जनपदों के लिए रोडवेज की बसों का संचालन न के बराबर कर दिया गया है। शनिवार को मुसाफिर घरों से न के बराबर ही निकले। आईएसबीटी सहित अन्य बस स्टैण्ड्स पर सन्नाटा पसरा रहा। जहां पर मुसाफिरों की भीड़ लगी रहती थी, वहां पर न के बराबर ही मुसाफिर दिखाई दिए।

शुक्रवार को प्रदेश के कई जनपद दंगे की भेट चढ़ गए। पुलिस और रोडवेज की बसों को निशाना बनाया गया। इसे देखते हुए आगरा रीजन से संचालित बसों के संचालन पर ब्रेक लग गए। फिरोजाबाद, मेरठ, मुजफ्फर नगर, गोरखपुर, एटा आदि शहरों के लिए बसों का संचालन न के बराबर कर दिया गया है। परिवहन निगम की सतर्कता तो दिखाई दी ही, साथ ही मुसाफिर भी घरों से नहीं निकले। आईएसबीटी पर दोपहर करीब एक बजे सवारियां न के बराबर ही थीं। जो भी सवारियां थी, वे नोएडा, दिल्ली आदि के लिए जाने के लिए खडे़ थे। इस दौरान चालक परिचालक भी सवारियों का इंतजार करते दिखाई दिए। एक भी सवारी फिरोजाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर के लिए एसएसबीटी पर मौजूद नहीं थी।

12 से घटकर रह गया 8 लाख कलेक्शन

प्रदेश में फैली अराजकता के कारण लोग सफर पर नहीं निकल रहे। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रोजाना आईएसबीटी से करीब 12 लाख रुपये का कलेक्शन होता था, जो घटकर करीब आठ लाख रह गया है।

हाईवे से गुजर रही हैं बसें

सुत्रों के मुताबिक जो बसें हापुड, बरेली, बदायूं, मुजफ्फरनगर के लिए जा रही हैं उन्हें पुलिस हाइवे से निकाल रही है।

जिम्मेदारी सौंप दी गई

चालक परिचालकों को हिदायत दी गई है कि बसों में किसी प्रकार का नुकसान नहीं होना चाहिए। हालांकि अगर कुछ हो भी जाता है तो इसके लिए चालक परिचालक के विरुद्ध कोई सख्त कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन सवाल जवाब जरूर किए जाएंगे। चालक-परिचालक इस दौरान कोई भी निर्णय ले सकते हैं।

असहज स्थिति में चालक-परिचालक

जिन लोगों ने एक सप्ताह या फिर इस घटनाक्रम से पहले टिकट बुक कराई हैं, उन लोगों का परिचालकों को स्टेटस नहीं मिल रहा है। इसके कारण परिचालक और मुसाफिर के बीच नोकझोंक जैसी स्थिति बनी हुई है।

चालक-परिचालकों को आगे की स्थिति का जायजा लेकर ही बसों के संचालन के लिए कहा गया है। ताकि रोडवेज की बसों को कोई क्षति न पहुंच सके। सवारियां बहुत ही कम निकल रही हैं।

मनोज त्रिवेदी

आरएम

Posted By: Inextlive