- विपक्ष ने घेरा मेयर को, सत्ता पक्ष के निशाने पर रहे नगर आयुक्त

- बीस मिनट तक सदन स्थगित, मेयर सदन से उठकर अपने कक्ष में गईं

- सदन के माहौल को देखते हुए नगर आयुक्त को बुलानी पड़ी पुलिस

LUCKNOWजैसी उम्मीद थी, वैसा ही हुआ। सदन की शुरुआत से लेकर अंत तक माहौल तनावपूर्ण रहा। विपक्ष ने जहां विकास पर सवाल उठाते हुए मेयर का घेराव किया, वहीं सत्ता पक्ष ने भ्रष्टाचार को लेकर नगर आयुक्त पर सवाल खड़े किए। हंगामा इतना बढ़ा कि मेयर को पंद्रह से बीस मिनट के लिए सदन स्थगित करना पड़ा। वहीं नगर आयुक्त को माहौल देखते हुए सदन में पुलिस बुलानी पड़ी। भले ही सदन में पुनरीक्षित बजट पर मंथन न हो सका हो लेकिन सभी आठ जोन में नाली और सड़क के रूके कार्यो को शुरू करने पर सहमति बन गई। वहीं गुरुवार को एक बार फिर सदन बुलाया गया है, जिसमें बजट पर मंथन होगा।

13 करोड़ 92 लाख के वर्क ऑर्डर

सदन में पिछले वित्तीय वर्ष के दायित्व भी शामिल किए गए थे। उक्त दायित्व में करीब 280 काम थे। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से 13 करोड़ 92 लाख 12 हजार रुपए का टेंडर जारी हो गया था लेकिन उसका वर्क आर्डर पेंडिंग में था। बुधवार को सदन में इस पर मुहर लगने से सभी आठ जोन में उक्त धनराशि से विकास कार्य हो सकेंगे।

बाक्स

कार्यो का विवरण एक नजर में

जोन कायरें लागत (लाखों)

एक 25 140.80

दो 73 290.39

तीन 22 121.20

चार 27 142.63

पांच 39 164.06

छह 49 266.64

सात 31 190.06

आठ 14 76.34

कुल 280 1392.12

भड़का विपक्ष

कार्यकारिणी से पास हुए अनुपूरक बजट की मंजूरी के लिए बुधवार को सदन की बैठक बुलाई गई थी। सदन की शुरुआत होते ही कांग्रेस पार्षद गिरीश मिश्र ने जनता से जुड़ी समस्याओं पर विचार करने की मांग उठाई लेकिन मेयर संयुक्ता भाटिया ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी उपाध्यक्ष रजनीश गुप्ता को बजट भाषण पढ़ने को कह दिया, जिससे विपक्ष भड़क गया।

छीन ली बजट की प्रति

सपा पार्षद राजकुमार सिंह राजा, शैलेन्द्र सिंह बल्लू, तारा चंद्र रावत, कांग्रेस पार्षद गिरीश मिश्र ने मेयर के खिलाफ आवाज बुलंद की और सीधे मंच पर पहुंच गए। विपक्ष ने शोर शराबे के बीच भाषण पढ़ रहे रजनीश गुप्ता के हाथ से बजट की प्रति छीन ली। जिसके बाद सत्ता पक्ष भी मंच पर पहुंच गया। मंच पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के आमने सामने आने से माहौल तनावपूर्ण हो गया। दोनों पक्षों के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई। हंगामा होता देख मेयर ने सदन को स्थगित कर दिया और सदन से उठकर अपने कक्ष में चली गई। वहीं नगर आयुक्त डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी को सदन में पुलिस को बुलाना पड़ा।

नगर आयुक्त हुए नाराज

भाजपा पार्षद रुपाली गुप्ता ने म्यूनिसिपल बांड पर सवाल उठाते हुए कहा कि भ्रष्ट नगर निगम के बांड कौन खरीदेगा। इससे नगर आयुक्त नाराज हो गए। उन्होंने कहाकि बिना प्रमाण के भ्रष्टाचार के आरोप लगाया जाना गलत है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बनाई गई जांच कमेटी

लेबर कालोनी वार्ड के पार्षद राजेश मालवीय कहा उनके वार्ड में सड़क बनी ही नहीं और भुगतान हो गया है। इस बिंदु पर अपर नगर आयुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। हैदरगंज द्वितीय वार्ड के पार्षद तारा चंद्र रावत ने उनके वार्ड में बने नाले की जानकारी मांगी, इस पर भी कोई जवाब नहीं दे पाया। इसके लिए मुख्य अभियंता मनीष सिंह को जांच की जिम्मेदारी दी गई है।

पार्को में रखे जाएंगे गार्ड

उद्यान विभाग का बजट बढ़ाने व पार्को की देखरेख के लिए गार्ड रखने की अनुमति दी गई। इसके लिए उद्यान विभाग का बजट 20 करोड़ से बढ़ाकर 25.87 करोड़ किया गया।

देनदारी पर उठे सवाल

नगर निगम में देनदारी को लेकर पक्ष और विपक्ष ने निगम के ऑफिसर्स का घेराव किया। भाजपा पार्षद दल के उपनेता राम कृष्ण यादव ने कहाकि आचार संहिता के चलते रुके दायित्वों को भी बजट में सम्मिलित किया जाए। सपा पार्षदों ने मांग उठाई कि दायित्वों में पार्षदों को 20.20 लाख रुपये वार्ड विकास निधि में दिए जाएं। मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी महामिलिंद ने बताया नगर निगम पर 270 करोड़ रुपये की देनदारी है। पुनरीक्षित बजट में इसे प्रस्तावित किया गया है। बीते दिसंबर तक 236 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। अभी करीब 34 करोड़ रुपये बचे हैं।

22 अरब का बजट पास होना था

सदन में करीब 22 अरब का बजट को पास किया जाना था लेकिन दिन भर हंगामा होने के कारण बजट पर विचार विमर्श नहीं हुआ।

Posted By: Inextlive