आगरा। रोडवेज आगरा रीजन के उन बस स्टैंड पर जहां से बस ड्राइवर मजदूरों को लेकर गए थे, उन सभी डिपो में हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम थर्मल स्क्री¨नग कर रही है। उन सभी ड्राइवर और कंडक्टर की थर्मल स्कै¨नग जांच की जा रही है, जो मजदूरों को लेकर गए थे। रोडवेज के अफसरों की मानें तो अभी तक कोई कोरोना वायरस पॉजिटिव का मामला सामने नहीं आया है। बता दें कि रोडवेज के ड्राइवर कंडक्टरों की ओर से पिछले दो-तीन दिन में तकरीबन 60 हजार मजदूरों को 65 बसों से उनके गंतव्य पर छोड़ा था। ऐसे में वे ज्यादा समय तक बाहर से आए लोगों के संपर्क में रहे। इसीलिए उनको भी ये ¨चता सताए जा रही थी, कि वे कहीं संक्रमित न हो जाएं। इसी को ध्यान में रखते हुए सभी की जांच कराई गई। इसके अलावा बस स्टैंड को भी सैनिटाइज किया गया है। इस बारे में स्टेशन प्रभारी प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि हम सेवा के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हैं।

हर डिपो में 10 बसें तैयार रहने के निर्देश

जिला प्रशासन ने रोडवेज के अफसरों को 10 बसें हर समय तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। इस बारे में रोडवेज के र्सिवस मैनेजर एसपी सिंह ने बताया कि हर डिपो में 10 बसें तैयार हैं। इनको सैनिटाइज कर तैयार रखा गया है। अब केवल जिला प्रशासन की मांग पर ही बसों को भेजा जाएगा। बता दें कि आगरा रीजन में 6 डिपो हैं। इनमें आगरा आईएसबीटी, ईदगाह, फाउंड्री नगर, ताज डिपो, बाह, मथुरा शामिल हैं।

रात को भेजी गईं दो बसें

बुधवार रात को रोडवेज ने दो बसें मथुरा जेल के लिए रवाना की थी। रोडवेज के अफसरों की मानें तो अब सभी कर्मचारियों को जो बस लेकर जा रहे हैं, उनके लिए विशेष सुरक्षा बरती जा रही है। उनको पीपीई यानी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किट भी मुहैया कराई जा रही हैं।

रोडवेज र्किमयों ने दिया एक दिन का वेतन

रोडवेज के कर्मचारियों, जिसमें ड्राइवर, कंडक्टर व अन्य कर्मचारी शामिल हैं, सभी ने एक दिन का वेतन वो भी बिना वेतन मिले हुए कोरोना वायरस के राहत के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में दिए है। इसमें आगरा रीजन के रोडवेज कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन 15 लाख 50 हजार 658 रुपये राहत कोष में दिए हैं। इसमें आगरा ने 60 हजार रुपये अतिरिक्त राहत कोष में जमा कराए हैं। रोडवेज के इस कार्य की शासन स्तर के अधिकारियों द्वारा सराहना की गई है। ऐसी आपदा में रोडवेज के कार्य की प्रशंसा की गई है।

Posted By: Inextlive