GORAKHPUR : किन्नर आशा देवी ने मेयर का इलेक्शन जीत कर न सिर्फ अपने समाज को नई पहचान दिलाई बल्कि राजनीति के इतिहास में एक नया अध्याय भी जोड़ दिया जिसने गोरखपुर ही नहीं बल्कि पूरे देश की राजनीति में हलचल मचा दी. मगर अब किन्नर शायद गोरखपुर की राजनीति में उलटफेर करना तो दूर वोट भी डालना नहीं चाहते. यह हम नहीं बल्कि डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस के आंकड़े बयां कर रहे हैं. लोक सभा इलेक्शन में पहली बार 54 हजार से अधिक लोग पहली बार वोट डालेंगे मगर इस बड़ी संख्या में एक भी किन्नर वोटर नहीं है.


सिटी में हैं 26 किन्नर वोटरदो इलेक्शन पहले आशा देवी चुनाव जीत कर मेयर बनी थी। तब अंधेरी गलियों में रहने वाली किन्नर अचानक लाइम लाइट में आ गए। इसके बाद हर इलेक्शन में किन्नर बढ़चढ़ कर  वोट डालने लगे। गोरखपुर अर्बन विधान सभा में करीब 26 किन्नर वोटर हैं और गोरखपुर में लगभग 299 वोटर। मगर इस बार जो नए वोटर बने हैं, उसमें एक भी किन्नर शामिल  नहीं है। फिर चाहे गोरखपुर अर्बन विधान सभा हो या कैंपियरगंज, पिपराइच और सहजनवां विधान सभा। वहीं पूरे यूपी की बात की जाए तो 2013 में लगभग 5324 किन्नर वोटर  लिस्ट में शामिल थे। वहीं 2012 की वोटर लिस्ट में भी लगभग 4938 किन्नर वोटर के नाम शामिल थे।


किसी भी इलेक्शन के टोटल वोटर को मेल, फीमेल और अदर (किन्नर) कैटेगरी में डिस्ट्रीब्यूट किया जाता है। गोरखपुर में 299 वोटर अदर कैटेगरी में हंै। फस्र्ट टाइम वोट देने  वालों की संख्या लगभग 54 हजार से अधिक है, इस लिस्ट में एक भी वोट अदर कैटेगरी में नहीं है। गौरव वर्मा, डिप्टी डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसरकहां कितने किन्नर वोटरस्टेट              - (2013)         - (2012)    उत्तर प्रदेश        - 5324            - 4938तमिलनाडु        - 2432            - 2175

कर्नाटक          - 2125            - 699    आंध्र प्रदेश       - 2024             - 74    बिहार             - 1606            - 00मध्य प्रदेश        - 1459            - 1815ओडिशा          - 859               - 526गुजरात           - 273               - 614

Posted By: Inextlive