AGRA: AGRA: फिल्मों का असर कहें या फिर अपनी करतूत को छिपाने का नया ट्रेंड। चोरी की स्टाइल बदल चुकी है। चोर रात के सन्नाटे में ताले नहीं तोड़ते। पैदल भी नहीं आते। बल्कि लग्जरी कार उनके लिए अच्छा खासा साधन बन चुकी है। ये हम नहीं बल्कि शुक्रवार को अवधपुरी में हुई एयरफोर्स कर्मचारी के यहां चोरी की घटना बयां कर रही है। कार में आए चोरों ने लाखों का सामान चुरा लिया।

सभी लोग गए थे काम पर

अलबतिया रोड स्थित सी-क् नीलगिरी एन्क्लेव अवधपुरी निवासी धर्मेद्र कुमार हरित पुत्र स्व। भगवान दास एयरफोर्स में सीनियर एकाउंट ऑफिसर हैं। पत्नी सुनीता पिनाहट में सरकारी स्कूल की टीचर हैं। बड़ी बेटी कीर्ति आईआईटी की कोचिंग कर रही है। पति और पत्नी दोनों अपनी-अपनी जॉब पर चले गए। छोटी बेटी किशांची बलूनी पब्लिक स्कूल में क्क्वीं की छात्रा है, जबकि बेटा यश म्वीं क्लास में पढ़ता है। बेटे-बेटियां कोचिंग और स्कूल चले गए थे। धर्मेद्र की मां भी घर में रहती हैं, लेकिन वह क्भ् दिन पहले शाहगंज स्थित मकान में गई हुई है।

सारा सामान बिखरा पड़ा था

कोचिंग से लौटकर बड़ी बेटी कीर्ति घर का ताला खोलकर बेटी अंदर गई तो उसके होश उड़ गए। कमरे में सारा सामान बिखरा पड़ा था। उसने तुरंत अपनी मां को कॉल कर सूचना दी। मां ने पिता को कॉल किया। घर पहुंचे धर्मेद्र ने बताया कि चोरों ने एयरफोर्स कर्मी के मकान की हर अलमारी को खंगाल डाला था। अलमारियों को छोटे सब्बल व पेचकस से खोला गया था। मौके पर दोनों औजार मिले हैं। घर में एक भी ऐसा सामान चोरों ने नहीं छोड़ा सही सलामत रखा हो। सबकुछ बिखरा पड़ा था। सूटकेस के सारे कपड़े भी समेट लिए। घर में जो भी महंगा सामान था सब भर लिया।

मंदिर को भी नहीं छोड़ा चोरों ने

चोरों ने घर को तो निशाना बनाया ही था, लेकिन भगवान के घर को भी नहीं छोड़ा। चोरों ने घर में लगे लकड़ी के मंदिर को उखाड़ दिया। चोरों को लगा कि कहीं मंदिर के पीछे या अंदर कोई महंगी वस्तु तो नहीं रखी है। वारदात के बाद मंदिर उखड़ा हुआ था।

इतना माल गया चोरी

धर्मेद्र के मुताबिक चोरों ने उनके यहां से ख्भ् तोला सोना, ढाई किलो चांदी के आभूषण के अलावा चालीस हजार रुपये नगदी पार कर दी। साथ ही चोरों ने कपड़े चांदी के बर्तन आदि सामान पर भी हाथ साफ किया। चोरों ने बेटियों के लिए बनाए गए जेवरों को चोरी कर लिया। साथ ही उनके बच्चों के खिलोनों तक को नहीं छोड़ा।

मकान के बगल में है पार्क

मकान के बराबर से पार्क बना हुआ है। उसके पास एक कॉन्वेंट स्कूल भी है। बीच में रोड बना हुआ है। चोरों ने इस बात का भरपूर लाभ उठाया।

प्लानिंग से दिया अंजाम

चोरों ने ताले नहीं तोड़े बल्कि जंगले की सरियों को काटा। माल को गुपचुप बाहर भिजवाया गया। चूंकि जितना माल चोरी हुआ, वह भागने के दौरान चोर एक साथ नहीं ले जा सकते। धर्मेद्र के मुताबिक घर की पहले रेकी हुई है। कौन कितने बजे घर से जाता है। यह जानकारी भी थी कि इस दौरान घर पर कोई नहीं है। पुलिस के साथ मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। डॉग स्क्वॉयड भी मौके पर पहुंचा था।

चेहरे पर बंधा था काला कपड़ा

मकान के पीछे की तरफ कॉन्वेंट स्कूल के पास से स्टाफ ने चोरों को भागते हुए देख लिया था। उनका कहना था कि उनके मुंह पर काला कपड़ा बंधा हुआ था। नई उम्र के लड़के थे। एक लड़का नेकर व टीशर्ट पहने था। चोरों की संख्या चार बताई गई है। दो कार में थे और दो आकर बैठे थे। धर्मेद्र के मुताबिक उनकी उम्र ख्0 से ख्ख् वर्ष के मध्य होगी।

न सीसीटीवी कैमरे, न गार्ड

एरिया में कहीं भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। धर्मेद्र का कहना था कि सीसीटीवी कैमरे की कमी खल रही है। यदि कैमरा लगा होता तो वारदात कैद हो जाती। एरिया में चीता मोबाइल की गश्त तो है, लेकिन सिक्योरिटी गार्ड नहीं है।

नहीं कराया वेरीफिकेशन

धर्मेद्र ने बताया कि वह जनवरी से ही आगरा में पोस्ट हुए हैं। मकान में नौकरानी मधु आती है। धर्मेद्र के मुताबिक वह डेढ़ बजे तो कभी तीन बजे काम पर आती है। संडे वाले दिन सुबह आती है। डेढ़ साल से वह काम कर रही है। उसका वेरीफिकेशन की ज:रत ही नहीं पड़ी। क्योंकि वह पास में ही एक मैरिज होम के पास रहती है। इससे पूर्व काम करने वाली नौकरानी भी कॉलोनी में ही काम कर रही है।

जंगला काटकर घर में दाखिल हुए चोर

घर सुनसान पड़ा था। इसी बीच चोर जंगला काटकर घर में दाखिल हो गए। दोपहर में एक बजे करीब बड़ी बेटी कीर्ति वापस लौटी तो चोरों को उसके आने का आभास हो गया। चोर जंगले के रास्ते ही निकल कर पार्क में होते हुए सिल्वर कलर की ह्युंडयी एसेंट कार से फरार हो गए। बताते हैं कि क्षेत्रीय निवासियों ने दोपहर में कुछ युवकों को कार से भागते हुए देखा था।

Posted By: Inextlive