7 से 8 हजार रुपए है करीब एक डस्टबिन की कीमत

1500 से अधिक स्टील के नए डस्टबिन लगाने का निगम ने लिया निर्णय

700 से अधिक डस्टबिन शहर में लगाए जा चुके हैं

शहर की सड़कों से गायब और तोडे़ जा रहे स्टील के नए डस्टबिन

गत माह शुरु की निगम ने शहर में डस्टबिन लगाने की योजना

Meerut। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में सफलता के लिए निगम के प्रयास भले ही पूरे ना पड़ रहे हों, लेकिन उन प्रयासों पर खुद ही शहर के लोग पानी फेर रहे हैं। हालत यह है कि एक तरफ तो इस माह नगर की सफाई के लिए निगम ने शहर में स्टील के नए डस्टबिन लगाने की कवायद शुरु की। वहीं दूसरी तरफ शहर में चोरों की नजर इन डस्टबिन को लग गई। जिसके चलते शहर के कई इलाकों से डस्टबिन चोरी हो गए या तोड़ दिए गए है। अब ऐसे में स्वच्छता सर्वेक्षण में सफलता की जिम्मेदारी अकेला निगम कब तक निभाएगा।

1500 से अधिक डस्टबिन

स्वच्छता सर्वेक्षण में सफलता के लिए मेरठ को गारबेज फ्री घोषित करने के लिए जनवरी माह की शुरुआत में मेरठ मे 1500 से अधिक स्टील के नए डस्टबिन लगाने का निर्णय नगर निगम ने लिया था। जिसके तहत करीब 700 से अधिक डस्टबिन शहर में मुख्य सड़क व सार्वजनिक स्थलों के आसपास लगाए जा चुके हैं। लेकिन इन स्टील के डस्टबिन के लगते ही चोर और असमाजिक तत्व सक्रिय हो गए और डस्टबिन को गायब करना व तोड़ना शुरु कर दिया। ऐसे में शहर के निरीक्षण के लिए आई स्वच्छता सर्वेक्षण टीम को ये टूटे डस्टबिन गलत संदेश दे सकते हैं।

कीमती हैं कूडे़दान

नगर निगम द्वारा लगाए गए स्टील के नए डस्टबिन की कई खासियत हैं। ये जंग प्रूफ हैं और गीला और सूखा कूड़ा अलग अलग एकत्र करने के लिए दो दो डस्टबिन एक जगह लगाए गए हैं। करीब तीन फूट का डस्टबिन स्टील की रॉड पर टिका हुआ है। इसकी कीमत 7 से 8 हजार रुपए के बीच है। ऐसे में चोरों के लिए यह डस्टबिन काफी मुनाफे भरा साबित हो रहा है। इसलिए चोरों की नजर अभी से इन नए डस्टबिन पर लग गई है।

स्टील के डस्टबिन शहर की सफाई और लोगो की सुविधा के लिए लगाए गए हैं। यदि हम खुद जागरुक नही बनेगें तो निगम कितना भी प्रयास कर ले शहर साफ नही होगा। बाकि जहां डस्टबिन तोड़ गए हैं वहां निरीक्षण कराकर डस्टबिन लगाए जाएंगे।

अमित कुमार, अपर नगरायुक्त

Posted By: Inextlive