- पारंपरिक विधि विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ बंद किए जाएंगे कपाट

- मंदिर समिति और प्रशासन ने शुरू की कपाट बंद करने के लिए तैयारियां

DEHRADUN: तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट ट्यूजडे को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। बद्री-केदार मंदिर समिति और जिला प्रशासन ने कपाट बंद करने संबंधित तैयारियां शुरू कर दी हैं। बताया गया है कि ट्यूजडे को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधि विधान से मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।

तुंगनाथ की डोली पहुंचेगी चोपता

ज्ञात हो कि विजयदशमी पर्व पर प्रथम केदार केदारनाथ, द्वितीय केदार मद्महेश्वर व तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथियां तय की गई। इसमें तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट ट्यूजडे को बंद होने की तिथि निश्चित हुई। तीन नवंबर को कपाट बंद होने के बाद भगवान की उत्सव डोली रात्रि विश्राम के लिए चोपता पहुंचेगी। सात नवंबर को तृतीय केदार शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में विराजमान होंगे। शीतकाल की छह माह की पूजा-अर्चना यहीं पर की जाएगी। मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि ट्यूजडे को तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट बंद होने को लेकर मंदिर समिति ने तैयारियां शुरू कर दी है।

Posted By: Inextlive