Meerut : मेरठ छावनी और मध्य कमांड के अधिकारी 22बी प्रकरण को पूरे देश के लिए नजीर बनाने की तैयारी करने में जुट गए हैं. ताकि कोई और देश की किसी भी छावनी में इस तरह की जुर्रत करने की कोशिश न करें. मध्य कमांड मेरठ छावनी के अधिकारियों को आश्वस्त कर दिया है कि जल्द ही फास्ट ट्रैक की तर्ज पर इस फैसला हो जाएगा.


रखे गए प्रमुख मामलेमध्य कमान में हुई दो दिवसीय बैठक में सैन्य भूमि की सुरक्षा और इसे अतिक्रमण मुक्त रखने पर बहस हुई। इस बीच मेरठ छावनी की ओर से 22बी और 210 बी का मामला प्रमुखता से रखा गया। इसके साथ एसजीएम गार्डेन के प्रकरण में अब तक हुई कार्रवाई और उसमें पैदा होने वाले व्यवधानों के बारे में भी बताया गया।नजीर बनाने की कोशिश
कैंट बोर्ड से सीईओ, डीईओ और स्टेशन कमांडर मेजर जनरल वीके यादव ने बैठक में हिस्सा लिया। 22बी को एक नजीर केस बनाकर इस पर त्वरित कार्रवाई के लिए लंबे समय से लंबित पड़ी सुनवाई में तेजी लाने का अनुरोध किया गया। स्टेशन कमांडर ने बैठक के बाद कहा कि हमारे अनुरोध को आर्मी कमांडर ने स्वीकार कर लिया है। अब 22बी अवैध निर्माण के मामले में फास्ट ट्रैक के आधार पर सुनवाई होगी और फैसला जल्द आ जाएगा। जो दस्तावेज और साक्ष्य हैं, उसमें केस हमारे पक्ष में है। ऐसे में फैसला आते ही कैंट बोर्ड आगे की कार्रवाई करेगा।लंबित पड़ा है मामला


बता दें कि 22बी का मामला गत जुलाई, 2012 से मध्य कमान के जीओसी-इन-सी के पास सुनवाई के लिए लंबित है। इस बीच यह अवैध निर्माण निर्माणाधीन भवन से एक भव्य रिजॉर्ट में तब्दील हो चुका है। इसमें पिछले दिनों में दर्जनों आयोजन भी हो चुके हैं।

Posted By: Inextlive