26 सितंबर 'इंटरनेशनल डे फॉर द टोटल एलिमिनेशन ऑफ न्यूक्लियर वेपेन्स' के रूप में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2013 में प्रस्ताव पारित कर कहा था कि 26 सितंबर परमाणु अस्त्रों के समूल नाश के अंतरराष्ट्रीय दिवस के रुप में मनाया जाएगा। आइए आपको बताते हैं कि दुनिया भर में सबसे ज़्यादा विनाशक हथियार किसके पास है।

अमरीका के पास दशकों से ऐसे परमाणु हथियार हैं जो धरती को इतनी बुरी तबाह कर सकते हैं ये इंसान के रहने लायक भी न रह जाए।

अमरीका के हथियारों का ज़खीरा ब्रिटेन के मुकाबले 31 गुना और चीन के मुकाबले 26 गुना बड़ा है।

 


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 अमरीका रहना चाहता है आगे

साल 2010 में प्राग में हुए स्ट्रैटेजिक आर्म्स रिडक्शन ट्रीटी के तहत अमरीका और रूस को अप्रैल 2018 तक अपने परमाणु हथियारों के ज़खीरे को एक समान करना होगा। इसके बाद 2020 में दोनों देशों के बीच नए समझौते पर विचार किया जाना है।

नैटो समझौते के तहत अमरीका ने बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नीडरलैंड और तुर्की में अपने परमाणु हथियार तैनात किए हैं। कनाडा, ब्रिटेन और मिस्र में भी उसके हथियार थे जो बाद में हटा लिए गए। इसके अलावा सैन्य ठिकानों पर और युद्धपोतों पर भी ऐसे हथियार रखे गए हैं।

निरस्त्रीकरण मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय का कहना है, "इससे ना केवल एक पूरे शहर को ख़त्म किया जा सकता है बल्कि लाखों लोगों का मारा जा सकता है और पर्यावरण को और आनेवाली पीढ़ी को भी नुकसान पहुंचाया जा सकता है।"

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Posted By: Chandramohan Mishra