इस लड़की से बात करिए सुसाइड करना भूल जाएंगे
रिपोर्ट की मानें तो इस वेबसाइट से अब तक 70,000 लोग जुड़ चुके हैं। इसमें पढ़ाई से लेकर रिलेशनशिप तक कई एक्सपर्ट हैं जो डिप्रेशन का शिकार लोगों की काउंसलिंग करते हैं। रिचा बताती हैं कि हर व्यक्ित अपनी जिदंगी में किसी न किसी वजह से परेशान रहता है। ऐसे में सुसाइड करना एकमात्र विकल्प नहीं है, अगर हम अपनी बातों को किसी से शेयर कर सकते हैं तो डिप्रेशन या तनाव काफी कम हो सकता है।
भारत में पिछले दो दशकों की आत्महत्या दर में एक लाख लोगों पर 2.5 प्रतिशत की वृद्घि हुई है। आज भारत में 37.8 फीसदी आत्महत्या करने वाले लोग 30 वर्ष से भी कम उम्र के हैं। दूसरी ओर 44 वर्ष तक के लोगों के आत्महत्या की दर 71 फीसदी तक बढ़ी है। भारत के प्रान्तीय स्तर पर आत्महत्या से जुडे एनसीआरबी के ही आंकडे देखने से पता लगता है कि केरल, कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश और तमिलनाडु के साथ में पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में आत्महत्याओं की कुल धटनाओं का 56.2 फीसदी रिकार्ड किया गया।