- ज्योतिष बता रहे हैं होली के शुभ योग और होलिका दहन का शुभ मुहूर्त

Meerut : इस साल होली पांच मार्च मघा नक्षत्र सुकर्मा योग के गुरु वार पूर्णिमा पर पड़ रहा है। यह वो समय है जब सूर्य देव मीन राशि व चंद्र देव सिंह राशि पर होंगे और भद्रा का वास सुबह पृथ्वी पर दस बजकर क्म् मिनट तक रहेगा। उसके बाद भकेद्रा मुक्त और पंचक मुक्त समय होगा। ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार इस प्रकार के योग इस सदी में पहली बार आ रहे हैं। ज्योतिष व पंडित मान रहे हैं कि यह इस बार होली शुभ का संकेत लाने वाली है, क्योंकि समस्त प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाओं को समाप्त करने वाले योग बन रहे हैं।

क्या करें विशेष होली पर

अन्नपूर्णा मंदिर के पंडित अरुण शास्त्री ने बताया कि फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा होली की सुबह अपने इष्ट देव के साथ हनुमान व भैंरो की पूजा जल, रोली, कलावा, चावल, फूल, गुलाल, चंदन, नारियल व प्रसाद से करके आरती करें। इसके बाद सभी देवताओं को प्रणाम करें, फिर सबके होल तिलक लगाए। इसके बाद थोड़े से तेल ले जिसे घर के सदस्यों को छुआकर भैरों को अर्पित करें। ऐसा करने से नकारात्मक प्रभाव सकारात्मक के बदल जाता है।

यह है शुभ मुहूर्त

विलवेश्वरनाथ मंदिर के पंडित चिंतामणि जोशी के अनुसार शाम का समय भद्रा रहित लग्न है। इसी समय होलिका का दहन किया जाता है। पांच मार्च को शाम म्: ख्ख् से 7:फ्0 तक का समय होलिका दहन के लिए अतिविशिष्ट है। पूजा के लिए सुबह क्0.ख्0 से लेकर क्ख्.ब्ख् तक का शुभ मुहूर्त है। दोपहर बाद का मुहूर्त एक बजकर भ्0 मिनट से फ्.फ्0 तक है।

Posted By: Inextlive