'ए-लिस्ट' बॉलीवुड एक्टर्स के बीते 10 सालों का रिकॉर्ड उठाकर देखें तो अक्षय कुमार उसमें एक ऐसा नाम बनकर उभरते हैं जो बॉक्स ऑफिस पर सक्सेस की गारंटी बन चुके हैं। 2019 में 'केसरी' 'मिशन मंगल' 'हाउसफुल 4' और 'गुड न्यूज' जैसी सक्सेसफुल मूवीज देने के बाद अब उन्होंने 2020 के लिए कमर कस ली है।


कानपुर (फीचर डेस्क)। इस बात में कोई शक नहीं है कि अक्षय कुमार हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के एक ऐसे स्टार हैं जिनपर फिल्ममेकर्स अपना पैसा लगाते वक्त बेफिक्र नजर आते हैं। हालांकि, इस एक्टर का कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री में सर्वाइव करना एक बड़ा चैलेंज है। अक्षय, जो बीते कई सालों से बॉक्स ऑफिस पर राज कर रहे हैं, का कहना है कि सक्सेस ने उन्हें रिस्क लेने में और वर्सेटाइल बनने में काफी मदद की है।सक्सेस से मिलती है कुछ अलग करने की हिम्मत


अक्षय ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'यह जानकर अच्छा लगता है कि मेरी सभी मूवीज को पसंद किया गया है। मुझे यकीन नहीं होता कि मेरी मूवीज ने इतना अच्छा बिजनेस किया है। फिल्म इंडस्ट्री में पैसा आ रहा है, जिसके चलते प्रोड्यूसर्स छोटी या बड़ी, हर तरह की मूवीज बना सकते हैं। मेरा यह साल भी 2017 और 2018 की तरह रहा है। यह साल अच्छा रहा। मुझे लगता है कि मैं लकी था। इससे मुझे बाकी चीजें, दूसरी तरह की मूवीज, अलग तरह का सिनेमा, अलग तरह के टॉपिक्स, दूसरे कल्चर को दुनिया के सामने लाने की हिम्मत मिलती है।'नंबर गेम में नहीं रखते हैं यकीन

अक्षय की आखिरी कुछ मूवीज सोशल इश्यूज और इंडियन हिस्ट्री पर फोकस करती नजर आई थीं। इस एक्टर का कहना है कि किसी भी प्रोजेक्ट को साइन करते वक्त यह कह पाना मुश्किल है कि उसका फ्यूचर क्या होगा। उनके मुताबिक, 'चीजें बहुत तेजी से बदल रही हैं, आपको अपनी रफ्तार बनाकर रखनी होगी। आपको बस सर्वाइव करना है। मैं नंबर गेम बिजनेस में यकीन नहीं रखता हूं। मैं 30 साल से इंडस्ट्री में सर्वाइव कर रहा हूं, और आगे भी करते रहना चाहता हूं। जब तक कि वे मुझे शूट करके गिरा नहीं देते।'क्रिटिसिज्म को लेकर क्या है उनकी सोच?

अपनी आखिरी मूवी 'गुड न्यूज' को मिल रहे रिस्पांस से भी अक्षय बहुत खुश हैं। उनका कहना है, 'मुझे पता था कि यह अच्छा करेगी क्योंकि इसमें सभी चीजें सही जगह पर थीं। बहुत से लोगों ने 'आईवीएफ' करवाया है लेकिन मुझे बहुत खुशी होगी अगर लोग इसके बारे में बात करेंगे।' एंटी-अबॉर्शन सोच को लेकर इस मूवी को क्रिटिसिज्म भी फेस करना पड़ा था। इसके बारे में बात करते हुए अक्षय ने कहा, 'वहां सिर्फ एक किरदार बात कर रहा था, कोई एक्टर नहीं। अगर आप देखेंगे तो मेरा किरदार एक तरह से निगेटिव है। मैं फिल्म में एक 'सेल्फ-सेंटर्ड' इंसान बना हूं पर इसका यह मतलब नहीं है कि मैं लोगों को यह सिखा रहा हूं।'features@inext.co.in

Posted By: Molly Seth