- माध्यमिक शिक्षा परिषद का एलटी ¨हदी की योग्यता बदलने का मामला

- शासन के हस्तक्षेप पर आपत्तियां लेने की परंपरा हुई बंद, युवा मायूस

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ALLAHABAD: ¨हदी शिक्षक बनना अब हजारों युवकों के लिए ख्वाब ही रहेगा। एक नियम बदलने से ये युवा रेस से ही बाहर हो गए। दरअसल यह सब आपत्ति सुने जाने के नियम बदलने के कारण हुआ है। जब से आपत्तियों को तवज्जो न देने का आदेश हुआ है, युवा हैरान और परेशान हैं। ऐसे में यह तैयारी हो रही है कि शासन का ही इस ओर ध्यानाकर्षण कराया जाए।

योग्यता में किया बदलाव

माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पिछले दिनों एलटी ग्रेड ¨हदी शिक्षक की योग्यता में बदलाव कर दिया है। इसमें युवाओं का एक वर्ग शिक्षक बनने की रेस से बाहर हो गया है। वह लगातार परिषद की ओर से किए गए बदलाव का विरोध कर रहा है। इस मामले को हाईकोर्ट में भी चुनौती देने की तैयारी है। मायूस युवाओं का दर्द एक हद तक लाजिमी भी है, क्योंकि यदि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में एलटी ग्रेड ¨हदी शिक्षक के लिए आवेदनों पर गौर करें तो संख्या हजारों में आ रही है। 2011 व 2013 के लिए बड़ी संख्या में आवेदन हुए हैं। इन परीक्षाओं में जो युवा असफल होंगे वह अब 2016 के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। यही असली परेशानी का कारण है।

परेशान हैं युवा

माध्यमिक शिक्षा परिषद की नियम बदलने की व्यवस्था पहले काफी आदर्श रही है। कोई भी बदलाव होने से पहले उसका प्रचार-प्रसार किया जाता था और फिर संबंधित पक्ष से आपत्तियां ली जाती थी। लेकिन इस प्रक्रिया में समय बहुत लगता था। ऐसे में शासन ने आपत्तियां लेने की प्रक्रिया बंद कर दी। उसी के बाद से सीधे बदलाव होने लगे। इसीलिए संस्कृत स्नातक के युवा अब परेशान हैं कि आखिर वह क्या करें।

Posted By: Inextlive