-मेले में किए गए बचाव के इंतजाम, हजारों को लगाई जा रही वैक्सीन,

-निपटने के लिए बनाए गए हैं आईडीएस के दो हॉस्पिटल, हाइटेक ढंग से होगा इलाज

12 से 15 करोड़ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या

02 बनने वाले हैं आईडीएस हॉस्पिटल

20 बेड के दो हॉस्पिटल

14 और 20 सेक्टर्स में बनेगा

PRAYAGRAJ: अनुकूल मौसम को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कुंभ में स्वाइन फ्लू से निपटने के इंतजाम शुरू कर दिए हैं। दूसरे शहरों से आने वाले श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग के साथ लोकल स्टाफ को वैक्सीन लगाई जा रही है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो इंफेक्शियस डिजीजेज से बचाव के लिए दो आईडीएस हॉस्पिटल भी बनाए गए हैं। यहां मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज भी किया जाएगा।

दो हजार को लग रहे टीके

स्वाइन फ्लू सहित तमाम इंफेक्शियस डिजीज से ग्रसित मरीजों का इलाज करने वाले स्टाफ का स्वस्थ रहना जरूरी है। उनको संक्रमण से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग फिलहाल अपने डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को स्वाइन फ्लू वैक्सीन लगा रहा है। कुल मिलाकर कुंभ मेले में दो हजार लोगों को यह वैक्सीन लगाई जा रही है। विभाग की मानें तो ऐसे में हमारा स्टाफ निर्भीक होकर ऐसे मरीजों का इलाज कर सकेगा।

अलग से किए गए हैं इंतजाम

मेले में इंफेक्शियस डिजीज के इलाज के लिए अलग से इंतजाम किए गए हैं। मेले के सेक्टर 14 और 20 में बीस-बीस बेड के दो इंफेक्शियस डिजीजेज हॉस्पिटल बनाए जा रहे हैं। इनमें मरीजों को भर्ती किया जाएगा। अधिक क्रिटिकल केस को एसआरएन हॉस्पिटल रिफर किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि हमारी ओर से पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं। ऐसे मरीजों को पहले प्राथमिक इलाज देकर फिर रिफर किया जाना है।

--बाहर से आने वालों की स्क्रीनिंग

सोर्सेज की मानें तो मेले से पहले रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर बाहर से आने वालों की स्क्रीनिंग के लिए सेंसर्स लगाए जा सकते हैं। अगर किसी श्रद्धालु को अधिक फीवर है तो उसकी सूचना यह सेंसर दे देगा। इस सेंसर के नीचे से ही यात्रियों को गुजारा जाएगा। बताया जा रहा है इस साल जमकर बारिश हुई थी जिससे फिजा में नमी बनी हुई है। ऐसे में संक्रामक बीमारियों के अनुकूल मौसम को देखते हुए सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं।

---

स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों में मरीज को अलग रखना पड़ता है, फिर उसका इलाज होता है। हमने मेले एरिया में दो हॉस्पिटल बनाए हैं जहां संक्रामक बीमारियों का इलाज होगा। सीरियस मरीजों को रेफर किया जाएगा।

-डॉ। एके पालीवाल, अपर निदेशक स्वास्थ्य प्रयागराज

Posted By: Inextlive