-नुरुल्ला रोड स्थित राजकीय बालिका संरक्षण गृह तक कैसे पहुंचा कोरोना यह है बड़ा सवाल

-सोमवार को शहर में कुल 22 पॉजिटिव केस मिले

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PRAYAGRAJ: वह कहीं आती-जाती नहीं हैं। बाहरी दुनिया से उनका कोई संपर्क भी नहीं है। फिर आखिर नुरुल्ला रोड स्थित राजकीय बालिका संरक्षण गृह की तीन बच्चियां कैसे संक्रमित हो गई, यह अपने आपमें एक बड़ा सवाल है। गौरतलब है कि सोमवार को जिले में कोरोना संक्रमण के 22 नए मामले सामने आए। जिले में कुल कोरोना केसेज की संख्या बढ़कर 414 तक पहुंच चुकी है।

सोमवार को नुरुल्ला रोड स्थित राजकीय बालिका बालगृह की तीन बच्चियां कोरोना पॉजीटिव पाई गई। कुछ दिनों पहले खुल्दाबाद स्थित नारी सुधार गृह की तीन युवतियां कोरोना पॉजीटिव मिली थीं। इसी तरह नखास कोहना के एक युवक व उसकी दस साल की बेटी भी कोरोना की चपेट में हैं। सिविल लाइंस के एक अपार्टमेंट में रहने वाला एक यूरोप देश का विदेशी भी कोराना पॉजिटिव मिला है। इसे देर रात बेली हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इसी तरह टैगोर टाउन की रहने वाली 24 वर्षीय युवती की रिपोर्ट भी पॉजिटव है। मित्र नगर झलवा के एक ही परवार के तीन सदस्य पॉजिटिव मिले हैं। अन्य मरीज करेली, करैलाबाग, नुरूल्लाह रोड, शिवकुटी, म्योर रोड, सुल्तानपुर भावा, बादशाही मंडी के रहने वाले हैं।

चार ने दी कोरोना को मात

सोमवार को चार अन्य मरीजों ने कोरोना को मात दी। इसमें दो मरीज एसआरएन से व दो मरीज कोटवा बनी से डिस्चार्ज किया गया। इस तरह जिले में 264 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं।

शुरू हो गया रैपिड एंटीजन टेस्ट

जिन्हें कोरोना संक्रमण की आशंका है, वह यहां जाकर टेस्ट करा सकते हैं।

-टीबी सपू्र चिकित्सालय

-इलाहाबाद डिग्री कॉलेज के कीडगंज व बेनीगंज ब्रांच में

-मजीदिया इस्लामिया इंटर कॉलेज

-नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दारागंज- प्रथम व अबूबकरपुर

बेली अस्पताल में आज से कोरोना का इलाज

PRAYAGRAJ: कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या देखते हुए तेजबहादुर सप्रू अस्पताल (बेली) मंगलवार से चालू हो रहा है। डॉक्टर समेत समस्त स्टाफ की ड्यूटी लगा दी गई है। अभी कोरोना मरीजों के लिए 30 बेड ही उपलब्ध होंगे, मरीज बढ़े तो संख्या दोगुनी कर दी जाएगी। सोमवार को सीएमओ डॉ। जीएस वाजपेई व कोविड-19 के नोडल डॉ। ऋषि सहाय ने बेली अस्पताल का निरीक्षण कर तैयारी की जानकारी ली। बेली को लेवल-टू को कोविड अस्पताल बनाया गया जहां ऐसे मरीज भर्ती किए जाएंगे जिनमें कोरोना के लक्षण होंगे। करीब तीन माह पहले ही अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया था। अभी तक कोरोना मरीजों को लेवल वन कोटवा बनी कोविड अस्पताल व लेवल थ्री एसआरएन कोविड अस्पताल में ही भर्ती किया जा रहा था। इन अस्पतालों में मरीज बढ़ने के कारण निर्णय लिया गया कि बेली अस्पताल में भी संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जाए। अस्पताल की सीएमएस डॉ। सुषमा श्रीवास्तव ने बताया कि नौ वेंटीलेटर लगाने के साथ ही इलाज की पूरी व्यवस्था कर ली गई है।

रोडवेज कर्मियों की जांच रिपोर्ट निगेटिव

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर रोडवेज कर्मियों के लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे विभाग के साथ ही उनके परिवार ने राहत की सांस ली है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से विगत दिनों रोडवेज के सौ कर्मचारियों की कोरोना के बावत रैंडम सैंपलिंग की गई थी जिसकी जांच रिपोर्ट सोमवार को आई।

Posted By: Inextlive