- सिपाही हत्याकांड की जांच करने बाल संप्रेक्षण गृह आई थी टीम

- दो घंटे तक टीम ने लिए किशोरों के लिए किशोरों के बयान

- अनाथालय में भी बच्चों से की टीम ने बातचीत

Meerut: बाल संप्रेक्षण में सिपाही हत्याकांड की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय टीम सुबह सबसे पहले बाल संप्रक्षेण गृह पहुंची, यहां छह किशोरों के बयान दर्ज किए गए। वहीं सर्किट हाऊस में बुलंदशहर के किशोरों को मेरठ लाया गया, पांच किशोरों के बयान अलग दर्ज किए गए।

क्या था मामला

क्क् दिसंबर ख्0क्ब् को राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में सिपाही ओमप्रकाश की हत्या किशोरों ने पीट-पीटकर कर दी थी, वहीं एक फरवरी को भागे 9क् किशोरों के बाद हाईकोर्ट ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच करने के निर्देश दिए थे, जिसमें कमिश्नर आलोक सिन्हा, जिला जज मेरठ राम किशन गौतम और टाटा इंस्टीटयूट आफ सोशल साइंस मुम्बई की प्रोफेसर अंजलि दबे को टीम का सदस्य बनाया गया है। टीम किशोरों के बयान दर्ज करने के लिए सबसे पहले बाल संप्रेक्षण गृह पहुंची, इसके बाद टीम ने बुलंदशहर के पांच किशोरों के बयान दर्ज किए। इसके बाद टीम ने वहीं बाल संप्रेक्षण गृह में बराबर में बने अनाथालय पहुंची, यहां अनाथ बच्चों से बातचीत भी की।

Posted By: Inextlive