-गवर्नर ने वीसी के खिलाफ शिकायतों की जांच हाई कोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस को सौंपी

-तीन मेंबर वाली जांच कमेटी एक महीन में अपनी रिपोर्ट चांसलर को देगी

KANPUR: चन्द्रशेखर आजाद एग्रीकल्चर एण्ड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में टीचर्स भर्ती घोटाले की जांच हाई कोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस से कराने का आदेश दिया है। तीन मेंबर वाली कमेटी में बांदा और फैजाबाद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी शामिल हैं। टीचर्स की नियुक्ति में गड़बड़ी को लेकर वीसी के खिलाफ राजभवन तक शिकायतें की गई थीं। जिसके बाद कुलाधिपति ने कमेटी गठित कर नियुक्तियों की की जांच कराने का डिसीजन लिया है। कमेटी एक माह में अपनी रिपोर्ट राजभवन को देगी।

सबूत के तौर पर बैंक स्टेटमेंट भेजा

सीएसए यूनिवर्सिटी में टीचर रिक्रूटमेंट का प्रॉसेस कई सालों बाद शुरू किया गया था। नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही थी कि वीसी के खिलाफ राजभवन में शिकायत कर दी गई। नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर करप्शन के आरोप लग रहे हैं। जिनका इंटरव्यू लिया गया है उनके खातों से लाखों रुपए का निकाले गए हैं। सबूत के तौर पर एकाउंट का स्टेटमेंट निकाल कर कुलाधिपति को भेजा गया है।

वीसी से स्पष्टीकरण मांगा

गवर्नर राम नाइक ने मामले को गंभीरता से लिया है। वीसी के खिलाफ शिकायतों की जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस एसके त्रिपाठी की देखरेख में तीन मेंबर की कमेटी गठित कर दी है। कमेटी में आचार्य नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय के वीसी डॉ। अख्तर हसीब और बांदा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ। मिल्खा सिंह भी शामिल हैं। कमेटी पूरे प्रकरण की जांच एक माह में करके अपनी रिपोर्ट गवर्नर को सौंप देगी। गवर्नर ने सीएसए वीसी को भी लेटर भेज कर रिटेन में स्पष्टीकरण मांगा है।

Posted By: Inextlive