RANCHI : खुद को तुर्रम खां बतानेवाले और शहर में होनेवाले हत्याकांडों की जिम्मेदारी लेनेवाले तीन युवकों को पुलिस ने अरेस्ट किया है। तीनों पीएलएफआई के हार्डकोर सब-जोनल कमांडर जेठा कच्छप के सहयोगी हैं। अरेस्ट किए गए युवकों में जेएन कॉलेज, धुर्वा का एक्स स्टूडेंट अमर मुंडा उर्फ कांडे मुंडा, सिकंदर हजाम व विजय मुंडा शामिल हैं। अमर खूंटी के कर्रा थाना क्षेत्र के डुमरगढ़ी का रहनेवाला है, जबकि सिकंदर हजाम नामकुम के तुंजू का, जबकि विजय मुंडा खूंटी के ही हातुदामी का रहनेवाला है।

हथियार, मोबाइल व पोस्टर बरामद

पुलिस ने इनलोगों के पास से दो कट्टा, दो मोबाइल, दो सिम कार्ड व पीएलएफआई का पर्चा व पोस्टर बरामद किए हैं। पुलिस ने इनलोगों के पास से एक वोटर आईकार्ड भी बरामद किया है, जो अजय नायक के नाम से है। छानबीन में वोटर कार्ड फर्जी निकला है। इसी नाम से सिम कार्ड भी लिया गया था।

लाल अशोक नाथ हत्याकांड में बताई थी अपनी संलिप्तता

सिटी एसपी अनूप बिरथरे ने जानकारी दी कि 18 जून को तुपुदाना में लाल अशोक नाथ शाहदेव के हत्याकांड में इनलोगों ने अपनी संलिप्तता स्वीकारी थी। इनलोगों ने क्षेत्र में दहशत फैलाने के मकसद से उसके गेट पर पोस्टर चिपकाया था। पोस्टर पर यह लिखा गया था- 'जितने भी जमीन कारोबारी हैं, हमसे संपर्क करें, नहीं तो गोली मार देंगे। सीबी पाहन, हार्डकोर उग्रवादी.'

किराए पर रहते थे तीनों

अमर मुंडा उर्फ कांडे मुंडा ने पुलिस को बताया कि वह पिछले छह महीने से दो अन्य सहयोगियों के साथ तुपुदाना ओपी क्षेत्र के ही दशमाइल स्थित जार्जेस ओडि़या के घर में किराएदार था। क्षेत्र में क्रशर व्यवसायी समेत अनेक व्यवसायियों से लेवी वसूल सकें, इसके लिए वह पोस्टर चिपकाने का काम करता था और हत्याकांड की जिम्मेदारी लेता था।

हत्याकांड में जेल जा चुका है अमर

अमर मुंडा उर्फ कांडे मुंडा ने बताया कि वह गांव के ही लक्ष्मण की हत्या मामले में दो साल पहले जेल गया था, जहां से छूटा था। उसने जेएन कॉलेज, धुर्वा से इंटर की परीक्षा दी थी, जिसमें वह फेल हो गया था। इसके बाद पीएलएफआई के हार्डकोर सब-जोनल कमांडर जेठा कच्छप के संपर्क में आया और उसके लिए काम करने लगा।

Posted By: Inextlive