केरल के वायनाड और पालक्‍कड़ जिले में संदिग्‍ध माओ‍वादियों के हमले की खबरें सामने आ रही हैं. इन हमलों में संदिग्‍ध माओवादियों ने दोनों जिलों में स्थित वनविभाग कार्यालयों को निशाना बनाया.


माओवादियों का वनविभाग कार्यालयों पर हमलाकेरल के वायनाड और पालक्कड़ जिले में सक्रिय माओवादियों ने दोनों जिलों के वनविभाग कार्यालयों को अपना शिकार बनाया. इन हमलों में संदिग्ध माओवादियों ने सोमवार सुबह मुक्कली स्थित वनविभाग के फॉरेस्ट रेंज ऑफिस को अपना शिकार बनाया. गौरतलब है कि इस हमले में माओवादियों ने ऑफिस में रखे कंप्यूटर को नष्ट कर दिया. इसके साथ ही फाइलों पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी. इसके साथ ही ऑफिस में रखे फोटो कॉपियर, दो टेलिफोन और प्रिंटर को भी नष्ट कर दिया गया. इसके अलावा दूसरा अटैक चंद्रनगर के केएफसी और मेकडोनल्ड कैफे पर किया गया. इस हमलें में केएफसी और मेकडोनल्ड कैफे के शीशों को चकनाचूर कर दिया. इसके साथ ही वायनाड जिले की फॉरेस्ट आउटपोस्ट पर भी हमला किया गया है. वन-विभाग की जीप भी जलाई
संदिग्ध आतंकवादियों ने अपने हमले में साइलेंट वेली नेशनल पार्क के असिसटेंट वॉर्डन की बोलोरो जीप को भी आग के हवाले कर दिया. गौरतलब है कि मुक्कली 'साइलेंट वेली नेशनल पार्क' की बफर जोन में पड़ता है. इसके साथ ही यह कोयंबटूर और मनरक्कड़ को जोड़ने वाले हाईवे पर जंक्शन का काम करता है. गौरतलब है कि वायनाड 1960 से 1970 के बीच माओवादी संघर्ष का गढ़ रहा है. स्थानीय पुलिस का कहना है कि यह अटैक रात एक बजे के आसपास हो सकता है. गौरतलब है कि घटनास्थल के करीब स्थित गैराज में काम करने वालों का कहना है कि उन्हें एक से दो बजे के बीच किसी तरह के ट्रैफिक की आहट नही मिली. इस अटैक के बाद केरल राज्य की एंटी-माओस्टि पुलिस 'थंडरबोल्ट' ने पालक्कड़ पुलिस सुपरिटेंडेंट एस. मंजूनाथ के नेतृत्व में पूरे इलाके को खाली करवा लिया है.

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Posted By: Prabha Punj Mishra