रात गई, बात गई
दुकानें खुलीं,customers गायब
संडे को मार्केट तो खुली लेकिन मार्केट में वह रंग नजर नहीं आया जो इस खास मौके पर आता है। दुकानें तो खुलीं लेकिन कस्टमर की तादाद बेहद कम रही। दो दिनों तक उपद्रव व तनाव का सेंटर ऑफ प्वाइंट रहा घंटाघर व चौक में अभी भी कस्टमर्स काफी कम दिखे। जबकि ईद के एक दिन पहले यहां के मार्केट हाउसफुल वाली पोजिशन में रहते हैं। दरअसल, कस्टमर अभी भी उस हादसे से उबर नहीं पा रहे हैं। शॉप कीपर पीडी टंडन ने बताया कि कस्टमर्स की तादाद 10 से 15 प्रतिशत तक रही है। जबकि चांद रात के दिन इस मार्केट में पांव रखने तक की जगह नहीं होती है।
DM, SSP ने किया फ्लैग मार्च
मार्केट खुली, कस्टमर्स भी पहुंचे। लेकिन फिर भी दो दिनों तक चले तनाव का असर मार्केट पर साफ नजर आ रहा था। पुलिस भी एलर्ट वाले मोड मे दिखी। दिनभर डीएम, एसएसपी व अन्य सीनियर ऑफिसर्स पुलिस, पीएसी व आरएएफ के साथ फ्लैग मार्च करते रहे। पुलिस की गाडिय़ां भी दिन भर पूरे एरिया का राउंड लेती रही। दोपहर तक चौक, घंटाघर, लोकनाथ चौराहा, जानसेनगंज की करीब 95 फीसदी शॉप्स दोपहर तक ओपेन हो गई।
डर सबको लगता है
कफ्र्यू न लगाकर लाठी-डंडों से सैटरडे को पुलिस ने माहौल को नार्मल करने की कोशिश की थी, उसका रिजल्ट संडे को नजर आया। संडे को मार्केट खुलने के बाद से चौक व कोतवाली एरिया में ट्रैफिक जाम की स्थिति तो रोजमर्रा की तरह हो गई थी, लेकिन इत्मीनान से मार्केट में खरीदारी करने वाली महिलाओं की संख्या बेहद कम रही। जबकि त्योहारों में 90 फीसदी से ज्यादा खरीदारी घर की महिलाओं द्वारा ही की जाती है। लोगों के दिलों-दिमाग में अभी भी फ्राइडे को हुए उपद्रव का डर कहीं न कहीं तारी है। ज्यादातर महिलाओं ने रोशनबाग, कटरा, सिविल लाइंस में आकर ईद की खरीदारी की है।
माहौल नार्मल हो रहा है। लेकिन फिर भी ईद को देखते हुए पुलिस किसी भी प्रकार का रिस्क लेने के मूड में नहीं है। चौक व घंटाघर एरिया को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हालांकि पुलिस किसी प्रकार से पब्लिक को रोक टोक नहीं रही है, लेकिन एहतियातन सतर्कता बरते हुए है, ताकि उपद्रवी तत्व किसी भी प्रकार का तनाव फिर पैदा न कर पाएं। सिविल लाइंस, कटरा, कीडगंज, कर्नलगंज सहित सिटी के लगभग हर एरिया में पुलिस ऑफिसर्स और फोर्स तैनात रही।
ईद को लेकर प्रशासन सर्तक
मंडे को ईद है। ऐसे में पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से सर्तक है ताकि साजिशन उपद्रवी तत्व माहौल को बिगाडऩे की कोशिश न करें। एहतियातन ओल्ड सिटी में आरएएफ तैनात कर दी है। इसके साथ ही सभी धार्मिक स्थलों के आसपास भी भारी पुलिस बल तैनात करने की प्लानिंग कर ली गई है.