- पीएम की सुरक्षा के मद्देनजर विरोध के डर से सहमी रही पुलिस, सभास्थल पर काले कपड़े पहनकर पहुंचे लोगों को झेलनी पड़ी मुसीबत

- किसी से उतरवाई शर्ट तो किसी को लौटाया, फ्लीट गुजरने तक मुस्तैद रहे जवान

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस बार के बनारस दौरे के दौरान सुरक्षा के और भी ज्यादा कड़े इंतजामों के बीच सभा में पहुंचने वाले लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। खासतौर पर उन लोगों को जो काले कपड़े पहनकर अपने नेता का भाषण सुनने पहुंच गए थे। विरोध प्रदर्शन के इनपुट के डर से पुलिस वालों ने कुछ काली शर्ट पहनकर आये लोगों की शर्ट उतरवा कर बनियान में उनको एंट्री दी तो कुछ को ब्लैक कपड़ों के चलते वापस ही लौटा दिया गया।

मुस्तैदी रही हर ओर

पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुस्तैदी काफी दिखी। कंट्रोल रूम से हर पल अपडेट होता रहा। काफिला डीरेका से निकलने से करीब 20 मिनट पहले ही रूट पर तैनात जवानों को मुस्तैद होने को कह दिया गया। छतों से लेकर पेड़ों तक हर तरफ जवानों की मौजूदगी से सुरक्षा के फूलप्रूफ होने का साफ पता चल रहा था। पूरे रास्ते भर जवान तैनात रहे।

खूब फोड़े पटाखे

सुरक्षा और किसी चूक से बचने के लिए पीएम मोदी के हेलीकाप्टर के डीरेका पहुंचने से पहले वहां इकठ्ठा पक्षियों को हटाने के लिए खूब पटाखे फोड़े गए। ऐसा सिर्फ इसलिए कि हेलीकाप्टर को उतरने में कोई परेशानी न हो।

बगैर पास के नहीं दी एंट्री

पीएम मोदी के कार्यक्रम में इस बार बगैर पास के डीरेका कैंपस में भी एंट्री नहीं दी जा रही थी। जिसका नतीजा ये रहा कि बहुत से लोगों को वापस लौटना पड़ा। हालांकि भाजपा की तरफ से आमंत्रण पत्र एंट्री गेट के पास बाद में बांटे जाने के बाद लोगों ने अंदर एंट्री ली।

पैदल करा दी लंबी यात्रा

हर बार मेन ग्राउंड में होने वाले पीएम के कार्यक्रम को इस बार डीरेका इंटर कॉलेज ग्राउंड में किया गया और सुरक्षा के लिहाज से गाडि़यों को कार्यक्रम स्थल से करीब दो किमी दूर एफसीआई गोदाम पर ही रोक दिया गया। जिसके कारण लोगों को यहां से कार्यक्रम स्थल तक पैदल ही जाना पड़ा।

कईयों को लगी फटकार

पीएम के दौरे के दौरान पूरा दिन कंट्रोल रूम और वायरलेस खूब चिल्लाता रहा। अधिकारी ड्यूटी पर लगे मातहतों की लोकेशन लेते रहे और छोटी-छोटी गलतियों पर बरसते रहे। शाम को काफिला डीरेका से निकलने से पहले सभी बैरियर गिराने और ट्रैफिक बंद करने के आदेश के बाद जब सीओ काशिमाबाद ने मुस्तैदी नहीं दिखाई और मंडुवाडीह की तरफ से वाहन रोके जाने के बाद भी आते दिखे तो कप्तान ने सीओ को जमकर फटकारा। जिसके बाद सभी अधिकारी और थानेदार सहम गए और मुस्तैदी से ड्यूटी पर डटे रहे।

Posted By: Inextlive