डॉलफिन और व्हेल मछली में छोटे प्लास्टिक्स पाए गए हैं। लंदन में वैज्ञानिकों ने इस बात का दावा किया है।


लंदन (पीटीआई)। वैज्ञानिकों का कहना है कि समुद्र में रहने वाले सभी जानवरों के शरीर में छोटे प्लास्टिक की मात्रा पाई गई है। दरअसल, पानी में रहने वाले जीवों पर की गई स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ। बता दें कि ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सटर और प्लायमाउथ मरीन लेबोरेटरी (पीएमएल) के शोधकर्ताओं ने डॉल्फिन, सील और व्हेल की 10 प्रजातियों के करीब 50 जानवरों की जांच की और उन सभी के शरीर में माइक्रोप्लास्टिक पाया। उनके शरीर में ज्यादातर कण (84 प्रतिशत) सिंथेटिक फाइबर थे, जो कपड़े, मछली पकड़ने के जाल और टूथब्रश सहित अनेक जगहों से आ सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इनके अलावा कुछ टुकड़े उनके शरीर में खाने के पैकेजिंग और प्लास्टिक की बोतलों के जरिये भी आए। चौकाने वाली बात नहीं
यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर और पीएमएल की सारा नेल्म्स ने कहा, 'यह बात चौंकाने वाली जरूर है लेकिन इससे किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए क्योंकि लगभग सभी जानवरों में माइक्रोप्लास्टिक पाया जा सकता है। हर एक जानवर में खाने-पीने वाले सामान के जरिये लगभग 5.5 कण चला जाता है। हालांकि, हम अभी यह नहीं बता सकते कि समुद्री जानवरों में प्लास्टिक का क्या प्रभाव पड़ता है। उनके प्रभावों को अच्छे से समझने के लिए ज्यादा शोध की जरुरत है।' बता दें कि स्टडी में शामिल होने जानवरों की मौत कई कारणों से हुई लेकिन जो संक्रामक रोगों से मारे गए, उनमें चोट या अन्य तरीकों से मरने वाले जानवरों की तुलना में कणों की संख्या ज्यादा थी।

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Posted By: Mukul Kumar