-एमडीए ने आउटर रिंग रोड से सटी 8 साइट्स को किया चिह्नित

-कमिश्नर की अध्यक्षता में गठित टीम तय करेगी स्थान

आई एक्सक्लूसिव

मेरठ: शहर में चल रही अवैध डेयरियों की शिफ्टिंग निश्चित है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और हाईकोर्ट के आदेश के परिपेक्ष्य में कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने डेयरियों को हटाने के न सिर्फ अभियान छेड़ दिया है बल्कि पशुपालकों को शिफ्ट करने के लिए कैटल कॉलोनी भी विकसित कर रहे हैं। कमिश्नर के निर्देश पर एमडीए ने शहर से सटे आउटर रिंग रोड पर 8 स्थानों पर कैटल कॉलोनी विकसित करने का सुझाव दिया है। ये सभी स्थान किसी न किसी मुख्य मार्ग से जुड़े हैं और अप्रोचबल हैं। प्राधिकरण द्वारा इन स्थानों पर सर्वे कर लिया गया है।

यहां विकसित करें कैटल कॉलोनी

1-दिल्ली रोड के निकट-काशी ग्राम

2-बागपत रोड पर ग्राम पांचली खुर्द और ग्राम जमालपुर

3-बड़ौत रोड पर ग्राम सिंधावली

4-खिर्वा रोड पर ग्राम पावली खुर्द

5-मवाना रोड पर ग्राम मुजफ्फरपुर सैनी

6-परीक्षितगढ़ रोड पर ग्राम पचपेड़ा

7-गढ़ मुक्तेश्वर रोड पर ग्राम हसनपुर कदीमपुर

8-हापुड रोड पर ग्राम फफूंडा

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तलाशेंगे सरकारी जमीन

कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार के निर्देशन में एमडीए ने जिला प्रशासन और नगर निगम से इन गांवों में सरकारी, नजूल आदि जमीन की पड़ताल के लिए कहा है। कैटल कॉलोनी एग्रीकल्चर लैंड में ही विकासित की जाएगी और भूमि की दरें कम से कम रखी जाएंगी।

विकसित होंगे संसाधन

एमडीए उपाध्यक्ष सीताराम यादव ने बताया कि कैटल कॉलोनियों को विकसित किया जाएगा। मानकों को ध्यान में रखते कैटल कॉलोनियों में संसाधन विकसित किए जाएंगे। कनेक्टिविटी के लिए रोड्स, नालियों के अलावा गोबर गैस प्लांट स्थापित किया जाएगा।

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शहर में संचालित डेयरीज की शिफ्टिंग की दिशा में तेजी से प्रयास चल रहे हैं। प्राधिकरण द्वारा कुछ स्थानों को चिह्नित किया गया है। इन स्थानों का ज्वाइंट सर्वे कर जल्द ही कैटल कॉलोनी विकसित की जाएगी।

डॉ। प्रभात कुमार, कमिश्नर, मेरठ

Posted By: Inextlive