मैट्रीमोनियल वेबसाइट पर होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए सरकार नए पहलू पर विचार कर रही है। इसके तहत भारत सरकार एक तरह की गाइडलाइन जारी करेगी। जिसमें कि इस तरह की किसी भी वेबसाइट को ज्‍वॉइन करने से पहले आपको आईडी प्रूफ देना होगा।


फेक प्रोफाइल पर लगेगी रोकमंगलवार को सरकार ने पांच सदस्यों वाली इंटर-मिनिस्ट्रियल पैनल का गठन किया है। जो इस गाइडलाइन पर एक ड्रॉफ्ट तैयार करेगी। जिसमें शादी से संबंधित सभी वेबसाइट के लिए नए नॉर्म्स बनाए जाएंगे। इस ड्रॉफ्ट को 2 सप्ताह के भीतर इलेक्ट्रानिक्स एंड इंफॉर्मेशन डिपार्टमेंट को सौंप दिया जाएगा। इस गाइडलाइन का मुख्य मकसद यूजर्स के साथ धोखाधड़ी को रोकना है। अक्सर देखा जाता है कि मैट्रीमोनियल वेबसाइट पर कई फेक प्रोफाइल बना ली जाती हैं। जिसके बाद यूजर्स को धोखा दिया जाता है।क्या होगा पहचान पत्र


रिपोर्ट की मानें, तो नई गाइडलाइन के अंतर्गत आईडी प्रूफ के तौर पर पासपोर्ट, वोटर कार्ड या अन्य किसी सरकारी पहचान पत्र को ही मानयता मिलेगी। इंडस्ट्री से जुड़े कुठ लोगों की राय में सरकार का यह कदम काफी लाभादयक हो सकता है। इससे वेबसाइट की क्रेडिबिलिटी भी बढ़ेगी और साइट पर सिर्फ जेन्यून यूजर्स ही आएगा। मैट्रीमोनियल वेबसाइट का बिजनेस भारत में काफी तेजी से फैल रहा है। तकरीबन 400 करोड़ वाले इस बिजनेस में 18-20 बड़ी वेबसाइट शामिल हैं। किसमें-कितने यूजर्स

यूजर्स की संख्या के लिहाज से भारत मैट्रीमोनी वेबसाइट नंबर वन पर है। इसमें कुल 1.4 मिलियन यूजर्स हैं। जबकि शादी डॉट कॉम 1.2 मिलियन यूजर्स के साथ दूसरे नंबर पर आती है। इतनी अधिक संख्या में यूजर्स के चलते कई बार धोखाधड़ी के मामले सामने आते रहे हैं। लेकिन नई गाइडलाइन के तहत इन वेबसाइट से फेक यूजर्स की संख्या तो कम होगी ही, साथ ही अपराध के मामले में भी कमी आएगी।  inextlive from Spark-Bites Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari