- 80 percent smokers के फेफड़े हो रहे कमजोर

- inext के lungs funtion test camp में निकल कर आई बात

- smoker साथी आपका सबसे बड़ा दुश्मन

LUCKNOW: स्मोकिंग करने वाले 80 परसेंट लोगों के फेफड़े कमजोर हो रहे हैं। यह बात मंगलवार को आई नेक्स्ट की तरफ से 'व‌र्ल्ड नो टोबैको डे' के अवसर पर कराए गए लंग फंक्शन टेस्ट और अवेयरनेस प्रोग्राम में निकल कर सामने आई। ज्यादातर स्मोकर्स को डॉक्टर्स की आवश्यक्ता है और डॉक्टर्स ने उन्हें तुरंत टोबैको छोड़ने की सलाह दी। यही नहीं यह स्मोकर अपने साथ अपनी फैमिली मेम्बर्स और फ्रेंड्स को भी मौत बांटने का काम कर रहे हैं।

युवाओं में बढ़ी लत

क्8 से फ्भ् साल की उम्र के युवाओं में पिछले कुछ सालों में तेजी से स्मोकिंग की लत बढ़ रही है। वे इसे शौक के तौर पर ले रहे हैं, लेकिन इसे न रोका गया तो यंगस्टर्स की फौज स्मोकिंग और टोबैके के यूज से होने वाली समस्याओं की चपेट में होगी। ज्यादातर लोग सीओपीडी, कैंसर, अस्थमा जैसी समस्याओं की चपेट में होंगे।

सलाह तो दी, साथ ही

इंदिरा नगर स्थित मुरारी यादव कॉम्पलेक्स में लगे कैम्प में केजीएमयू के डॉ। वेद प्रकाश और डॉ। नरेन्द्र यादव के साथ जर्मन रेमेडीज के टेक्नीशियन की टीम ने युवाओं की बड़ी संख्या में जांच की और जिन युवाओं को स्मोकिंग के कारण लंग्स कमजोर मिले, उन्हें तुरंत स्मोकिंग छोड़ने की सलाह दी। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने अपने फेफड़ों की जांच कराई। इनमें से अधिकतर लोगों के फेफड़े कमजोर मिले। ज्यादा को स्मोकिंग के कारण दिक्कत थी तो कुछ को अस्थमा व अन्य समस्याएं के कारण भी समस्या मिली। इस पर डॉक्टर्स ने उन्हें उचित सलाह दी।

सबने कराया चेकअप

आलम बाग बस स्टॉप के सामने और फीनिक्स मॉल के सामने स्थित बालाजी कोचिंग सेंटर पर केजीएमयू के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ। सूर्यकांत और सिप्ला के अभय नारायन द्विवेदी, अरुण व अन्य की टीम ने कैम्प में लोगों की जांच की।

जब डॉक्टर ने ली क्लास

डॉ। सूर्यकांत ने यंगस्टर्स की क्लास भी ली। बालाजी कोचिंग की आलमबाग बस स्टाप और फीनिक्स मॉल के सामने स्थित शाखाओं में क्लास रूम में छात्र-छात्राओं को तम्बाकू और उनके प्रोडक्ट्स होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ। सूर्यकांत ने बताया कि तम्बाकू से ब्0 प्रकार के कैंसर और ख्भ् तरह की विभिन्न जानलेवा बीमारियां होती है। उन्होंने स्टूडेंट्स को तम्बाकू प्रोडक्ट यूज न करने की शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहा कि घर में ही बड़ों को स्मोकिंग करने और कोई भी तम्बाकू प्रोडक्ट यूज करने से रोकें।

छुड़ाई जा सकती है तम्बाकू की लत

डॉक्टर्स ने बताया कि केजीएमयू के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में एक टोबैको सिसेशन क्लीनिक चलती है। कोई भी व्यक्ति इसके लिए सोमवार से शनिवार के बीच किसी भी दिन सुबह 9 से दोपहर क्ख् बजे तक ओपीडी में सम्पर्क कर सकता है।

सर, मेरा फेफड़ा कमजोर कैसे

मैं तो स्मोकिंग नहीं करता फिर भी पीएफटी रिपोर्ट में लंग्स कमजोर हैं? मैं तो एक साल से ही स्मोकिंग करता हूं, फिर मेरे लंग्स कैसे कमजोर हो सकते हैं? मैं अभी कब तक सिगरेट पी सकता हूं? कुछ ऐसे ही सवाल सोमवार को आई नेक्स्ट द्वारा कराए गए पीएफटी टेस्ट के दौरान लोगों ने डॉक्टर्स से किए। डॉक्टर्स ने सलाह दी कि पॉल्यूशन या फिर धुंए वाले स्थानों या फिर पैसिव स्मोकिंग के कारण भी कमजोर हो सकते हैं। स्मोकिंग के दौरान म् माह में भी आपके लंग्स कमजोर हो सकते हैं और इसमें कई साल भी लग सकते हैं। इसलिए जितनी जल्दी हो सकता है तुरंत स्मोकिंग छोड़ दें।

अकेलेपन के कारण बढ़ रही लत

डॉ। सूर्यकांत ने कहा कि डिप्रेशन और कॉम्पटीशन की भावना के चलते स्मोकिंग की लत बढ़ रही है। अकेलेपन के कारण यंगस्टर्स स्मोकिंग की तरफ रुख करते हैं। यंगस्टर्स को अपना ग्रुप बड़ा करना चाहिए। जितना बड़ा ग्रुप होगा, उतना ही आपके अंदर स्मोकिंग या अन्य किसी नशे में कमी आएगी। मेडिटेशन और स्ट्रांग विल पावर के साथ आप आसानी से टोबैको छोड़ सकते हैं।

अपने ही दे रहे बीमारी

कैम्प में डॉक्टर्स को कई ग‌र्ल्स और ब्वॉयज ऐसे भी मिले, जिनके लंग्स कमजोर मिले लेकिन वह खुद स्मोकिंग नहीं करते। इस पर डॉक्टर्स ने बताया कि जो लोग स्मोकिंग करते हैं उनके अंदर फ्0 परसेंट धुंआ जाता है। शेष 70 परसेंट धुंआ इनवायर्नमेंट में जाता है। जोकि आस-पास बैठे लोगों में जाता है। उन्होंने बताया कि स्मोकर के दोस्त और घर में महिलाओं को इससे खतरा होता है।

स्मोकिंग से व्यक्ति को स्वयं के अलावा उसकी फैमिली मेम्बर्स और दोस्तों सभी को कैंसर जैसी बीमारियां होने का खतरा है। इसलिए तुरंत स्मोकिंग और अन्य तम्बाकू प्रोडक्ट्स का सेवन रोक दें। अगर छोड़ने में दिक्कत है तो टोबैको सिसेशन क्लीनिक आएं।

- डॉ। सूर्यकांत

सभी लोग एक न एक दिन तम्बाकू प्रयोग करना छोड़ देते हैं। यह आपके ऊपर है कि आप कैंसर और जिंदगी के साथ इसे छोड़ना चाहते हैं या फिर अभी से छोड़कर अपनी और घर वालों की जिंदगी बचाते हैं।

- डॉ। वेद प्रकाश

इस कैम्प और डॉक्टर्स के लेक्चर्स से स्टूडेंट्स में तम्बाकू के प्रति अवेयरनेस बढ़ेगी। जिनके फेफड़े कमजोर मिले हैं वे निश्चित ही स्मोकिंग छोड़ने का संकल्प लेंगे। ऐसी एक्टिविटी से युवाओं और सोसाइटी दोनों को लाभ होगा।

- अजय दुबे,

संस्थापक निदेशक बालाजी कोचिंग

युवाओं को टोबैको से होने वाले नुकसान के बारे में जानना बहुत जरुरी है। टेस्ट से पता चला कि स्मोकर्स को दिक्कत हो रही है। उम्मीद है कि अपनी रिपोर्ट से ये सीखेंगे और तम्बाकू व स्मोकिंग को न कहेंगे।

मोनिका शुक्ला, मैनेजर, बालाजी कोचिंग

Posted By: Inextlive