- बनारस में बढ़ता जा रहा है नशे का बाजार, यंगस्टर्स में बढ़ चला है धुआं उड़ाने का ट्रेंड

- हर गली-मोहल्ले में खुल रही हैं टोबैको की दुकानें, बैन के बावजूद पब्लिक प्लेस पर धड़ल्ले से बिक रही सिगरेट

VARANASI:

बाबा की नगरी बनारस में भांग-धतूरा छानने वालों की भले ही कमी हो गई हो लेकिन सिगरेट के धुएं से छल्ला बनाकर उड़ाने वाले, गुटखा घुलाने वालों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। इनमें सबसे अधिक यंगस्टर्स हैं। देखा जाए तो डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन भी इस सब के लिए काफी हद तक रिस्पॉन्सिबल है। ऐसा इसलिए क्योंकि डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ही पब्लिक प्लेस पर धुंआ उड़ाने का लाइसेंस बांटता फिरता है। ज्ञात हो कि पब्लिक प्लेस पर स्मोकिंग बैन है। फिर भी आपने किसी पर केस दर्ज होते हुए नहीं सुना होगा। स्मोकर्स जहां चाहते हैं वहां धुआं उड़ाते हैं। तंबाकू-गुटखा बेचने वालों का धंधा मजे में फल फूल रहा है। उनके लिए हर गली मोहल्ले में हजारों की तादाद में कस्टमर्स मौजूद हैं।

क्8 लाख लोग हैं शिकार

यकीन करना मुश्किल है लेकिन सिटी में बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू-गुटखा का नशा करने वालों की संख्या लगभग क्8 लाख के आसपास है। इनमें से स्मोकिंग करने वाले तकरीबन छह लाख हैं। इनमें सभी एज ग्रुप्स के लोग शामिल हैं। सबसे अधिक सिगरेट पीने वालों में यूथ शीर्ष पर है। इनकी संख्या चार लाख के आसपास है। बीड़ी, गांजा, हुक्का पीने वालों की संख्या भी करीब दो लाख के आसपास हैं। जबकि लगभग क्क् लाख लोग तंबाकू-गुटखा खाते हैं।

हर साल नौ लाख गंवाते हैं जान

स्मोकर्स अपने आसपास के चार गुना लोगों को प्रभावित करते हैं। मेडिकल रिसर्चेज से यह क्लीयर होता है कि स्मोकर्स के आसपास रहने वाले को भी उनके बराबर ही नुकसान होता है। हेल्थ प्रॉब्लम्स में ब्0 परसेंट मामले सांस और पेट से जुड़े होते हैं। इन सबकी असल वजह स्मोकिंग ही है। कैंसर के भ्0 परसेंट केसेज में स्मोकिंग ही मेन वजह होती है। इनमें ऐसे लोग भी शामिल होते हैं जो खुद तो स्मोक नहीं करते लेकिन स्मोकर्स के संपर्क में होते हैं। इसी तरह तंबाकू-गुटखा खाने वाले खुद अपनी कब्र खोदते हैं। नशे की उनकी इसी आदत के चलते वे माउथ कैंसर के शिकार हो जाते हैं। एक मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार नशे की जद में आने से पूरे देश में हर साल तकरीबन नौ लाख लोग अपनी जान गंवाते हैं।

एक नजर फैक्ट्स पर

- सिटी में सिगरेट, तंबाकू, गुटखा का कारोबार काफी विस्तृत है।

- लगभग तीन करोड़ की बीड़ी, सिगरेट्स डेली बिक रही हैं।

- क्8 लाख लोग है तंबाकू, गुटखा, बीड़ी सिगरेट के शौकीन।

- टोबैको प्रॉडक्ट्स बेचने वाली लगभग क्ख् हजार दुकानें हैं शहर में।

- हर मंदिर, स्कूल्स-कॉलेजेज, कोचिंग-इंस्टीट्यूट के बाहर खुली है टोबैको शॉप्स।

- पब्लिक प्लेस पर बैन है धुआं उड़ाना।

- पब्लिक प्लेस पर सिगरेट पीने वालों पर अब तक नहीं हुई है कार्रवाई।

Posted By: Inextlive