ष्ट॥न्ढ्ढक्चन्स्न्: कोरोना वायरस को लेकर चाईबासा के सभी धर्मिक मंदिरों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है। 22 मार्च यानी रविवार को चाईबासा शहर के सभी मंदिरों के कपाट पूरी तरह से सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक बंद रहेंगे। भक्त अब सोमवार को ही भगवानों के दर्शन व पूजा-पाठ कर सकेंगे। चाईबासा शहर के प्रसिद्ध माता करणी मंदिर, सदर बाजार स्थित माता काली मंदिर, महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर, हनुमान मंदिर (बाबा मंदिर), खांटू वाले श्याम मंदिर (ठाकुरबाड़ी मंदिर), शिवा ताला स्थित शिव मंदिर, सिद्धेश्वर मंदिर, श्मशान काली मंदिर, खाकी मंदिर, शंभू मंदिर, शनि मंदिर, श्री राणीसती दादी मंदिर, गुरुद्वारा नानक दरबार सहित शहर के छोटे-बड़े मंदिरों के कपाट पूरी तरह से बंद रहेंगे। जनता कफ्र्यू के दिन सुबह 7 बजे से पहले तक पूजा-पाठ कर सकते है। इसके बाद पूर्ण दर्शन के लिए सोमवार को पारंपरिक रूप से मंदिरों के कपाट खुलेंगे। मंदिर के पुजारियों ने बताया कि जनता कफ्र्यू का सहयोग सभी को करना चाहिए। यह कोई व्यक्ति विशेष नहीं है। कोरोना वायरस को लेकर जितनी ज्यादा से ज्यादा सावधानियां बरती जाए कम ही है। इसी एहतियात बरतने के लिए जनता कफ्र्यू के दौरान मंदिरों के कपाट बंद करने का निर्णय लिया गया है। पुजारियों ने भक्तों से आग्रह किया कि वह नियमित की भांति अपने-अपने घरों में रहे, ताकि इस कोरोना जैसे वायरस से लड़ा जा सके।

एसडीओ ने खंगाले मेडिकल स्टोर

शहर में हैंडवाश, सैनिटाइजर एवं मास्क कह कालाबाजारी की सूचना पर मेडिकल दुकानों पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी परितोष कुमार ठाकुर व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमर कुमार पांडेय के द्वारा औचक छापामारी शनिवार को की गई। इस संबंध में जानकारी देते हुए एसडीओ ठाकुर ने कहा कि कुछ लोगों के द्वारा शिकायत मिला था कि मेडिकल दुकानों में हैंडवास, सैनिटाइजर एवं मास्क कि कालाबाजारी की जा रही है। कुछ मेडिकल में ऊंचे दामों में भी बेचने की शिकायत मिली थी। इसके बाद टीम गठित कर जांच की गई। छापेमारी के दौरान सभी मेडिकल दुकानदारों को यह निर्देश दिया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सरकार के द्वारा मास्क,हैंडवाश एवं सैनिटाइजर को चिकित्सीय आपात की स्थिति में आवश्यक वस्तु घोषित किया गया है। किसी भी परिस्थिति में इन आवश्यक वस्तुओं का जमाखोरी व कालाबाजारी नहीं किया जाए तथा इसके निर्धारित मूल्य पर आम जनता को उपलब्ध कराई जाए।

Posted By: Inextlive