-सोशल डिस्टेंसिंग धूप और बारिश में लाइन से अभ्यर्थियों को मिली राहत -हर दिन दो से ढाई सौ अभ्यर्थियों का आरटीओ में बन रहा स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस -आरटीओ में अब टोकन सिस्टम लागू होने से सभी को मिली राहत GORAKHPUR: आरटीओ में आठ जून से स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस बनने का सिलसिला शुरू हुआ तो सोशल

-सोशल डिस्टेंसिंग, धूप और बारिश में लाइन से अभ्यर्थियों को मिली राहत

-हर दिन दो से ढाई सौ अभ्यर्थियों का आरटीओ में बन रहा स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस

-आरटीओ में अब टोकन सिस्टम लागू होने से सभी को मिली राहत

GORAKHPUR:

आरटीओ में आठ जून से स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस बनने का सिलसिला शुरू हुआ तो सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ने लगी। लापरवाही सामने आने के बाद आरटीओ ने सुधार करते हुए अभ्यर्थियों की सहूलियत के लिए टोकन व्यवस्था लागू कर दिया है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन होने के साथ ही अभ्यर्थियों को धूप और बारिश से भी राहत मिलेगी।

आरटीओ में इन दिनों स्लॉट के हिसाब से 200 से 250 से अधिक अभ्यर्थी स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए पहुंच रहे हैं। बारिश और गर्मी के मौसम में भी एक समान यहां डीएल बनवाने के लिए अभ्यर्थियों की लंबी लाइन लगती है तथा काफी भीड़ भी जमा हो जाता है। ऐसे में आरटीओ ने टोकन सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया। टोकन मिलने के बाद नंबर के हिसाब से अभ्यर्थियों को बारी-बारी से टेस्ट एवं बायोमेट्रिक के लिए बुलाया जा रहा है। ऐसे में उन्हें घंटों लाइन में लगने की झंझट से छुटकारा मिल गया है। इससे आरटीओ ने भी राहत की सांस ली है।

आरटीओ में लगा सैनिटाइजर मशीन

स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने पहुंच रहे अभ्यर्थियों के लिए आफिस के बाहर सैनिटाइजर पैडल मशीन लगाया गया है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए गोला बनाया गया है। लाइन में लगने से पहले अभ्यर्थी अपने हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ही टेस्ट में बैठने की अनुमति है। हालांकि इसके लिए बकाया बांस और बल्ली के सहारे बैरिकेडिंग भी कराई गई हैं ताकि ज्यादा भीड़ न हो। इसके लिए सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई हैं।

वर्जन

डीएल बनवाने वालों की भीड़ और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए टोकन सिस्टम लागू कर दी गई हैं। टोकन के हिसाब से एक एक-एक अभ्यर्थी को एंट्री दी जा रही है।

भीमसेन सिंह, आरटीओ गोरखपुर

Posted By: Inextlive