-ट्रेन में टोकन सिस्टम से बढ़ गई है जवाबदेही

-स्कोर्ट जवानों की मुस्तैदी से मिलने लगी राहत

GORAKHPUR: यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रेन में लागू टोकन प्रणाली का असर नजर आने लगा है। सरकारी आंकड़ों की मानें तो ट्रेनों में होने वाले अपराध को रोकने की मुहिम से करीब 40 फीसदी गिरावट आई है। गोरखपुर से होकर चलने वाली करीब 70 ट्रेनों में जीआरपी की टोकन प्रणाली लागू की गई है। एसपी जीआरपी पुष्पांजलि देवी ने बताया कि टोकन प्रणाली को पहले से ज्यादा प्रभावी बनाने की कवायद की जा रही है।

क्या है टोकन प्रणाली

ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों के साथ होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए जीआरपी ने टोकन प्रणाली शुरू की गई। बताया जाता है कि ट्रेन में डयूटी के दौरान अक्सर जीआरपी जवान गायब हो जाते थे। कभी वह एसी कोच में सो जाते तो कभी रास्ते में उतर जाते। अपना निजी काम निपटाने के चक्कर में जीआरपी जवान स्कोर्ट के दौरान मनमानी करते थे। सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही का फायदा उठाकर चोर, उचक्के और बदमाश वारदात को अंजाम देते थे। अपराध का आंकड़ा बढ़ने पर जवाबदेही तय करने के लिए एसपी जीआरपी ने टोकन प्रणाली शुरू की। ट्रेन की सुरक्षा में चलने वाले जीआरपी जवानों को टोकन दिया जाता है। अगले स्टेशन पर ट्रेन के रुकने पर स्कोर्ट कर रहे जवान प्लेटफार्म पर मौजूद जवानों से टोकन की अदला-बदली करते हैं। इस वजह से ड्रेन ड्यूटी में मौजूद जवानों का कोच में रहना अनिवार्य हो गया।

इन ट्रेनों में टोकन प्रणाली से मिला लाभ

ग्वालियर बरौनी एक्सप्रेस

वैशाली

गरीब रथ

कृषक एक्सप्रेस

इंटरसिटी

चौरीचौरा एक्सप्रेस

अवध आसाम

बाघ एक्सप्रेस

कुशीनगर एक्सप्रेस

एलटीटी

डेमू

सारनाथ

स्वतंत्रता सेनानी

डिब्रूगढ़

फैक्ट फीगर

गोरखपुर से होकर गुजरने वाली कुल ट्रेन -

गोरखपुर से जीआरपी की एस्कोर्ट वाली ट्रेन में व्यवस्था - 70

कुल ट्रेनों में टोकन प्रणाली की व्यवस्था प्रस्तावित- 74

टोकन प्रणाली लागू होने पर अपराध में कमी - 40 फीसदी

ट्रेनों में होने क्राइम

चोरी, मोबाइल चोरी, छिनैती, लूट और छेड़छाड़

आंकड़ें

प्रयोग के तौर पर 10 ट्रेनों में अपराध

टोकन लागू होने पहले - 21

टोकन प्रणाली लागू होने के बाद - 14

नौ दिसंबर 18 से सात फरवरी 19 तक

टोकन प्रणाली लागू होने के पहले - 22

टोकल प्रणानी शुरू होने पर - 10

वर्जन

ट्रेन में होने वाले क्राइम को कंट्रोल करने के लिए टोकन प्रणाली लागू की गई है। टोकन सिस्टम शुरू होने पर करीब 40 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। इसको देखते हुए टोकन सिस्टम की व्यवस्था अन्य ट्रेनों में बढ़ाई जाएगी। पब्लिक की सुरक्षा को देखते हुए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।

पुष्पाजंलि देवी, एसपी जीआरपी

Posted By: Inextlive