टोक्यो ओलंपिक में भारत की तरफ से डिस्कस थ्रो में शनिवार को एक अच्छी खबर आई तो एक बुरी। 25 वर्षीय कमलप्रीत कौर ने जहां बेहतरीन प्रदर्शन कर फाइनल का टिकट कटाया वहीं भारत की अनुभवी डिस्कस थ्रोअर सीमा पुनिया हारकर बाहर हो गईं।

टोक्यो (पीटीआई)। भारत की डिस्कस थ्रो खिलाड़ी कमलप्रीत कौर ने शनिवार को यहां दूसरे स्थान पर रहने के बाद फाइनल में जगह बना ली है। ओलंपिक में क्वालीफाइंग राउंड में किसी भारतीय का अभी तक का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। क्वालीफिकेशन बी में प्रतिस्पर्धा करने वाली 25 वर्षीय कौर ने अपने तीसरे और अंतिम प्रयास में डिस्कस को 64 मीटर की दूरी तक फेंका। अब फाइनल मुकाबला 2 अगस्त को होगा।
कौर ने स्वर्ण पदक विजेता रही क्रोएशिया की सांद्रा पेर्कोविक (63.75 मीटर) और क्यूबा की मौजूदा विश्व चैंपियन याइमे पेरेज़ (63.18 मीटर) से आगे बाजरी मारी। पेर्कोविक ने तीसरे और पेरेज ने सातवें स्थान पर क्वालीफाई किया।

कमलप्रीत कौर ने किया शानदार प्रदर्शन
कौर ने 60.29 मीटर प्रयास के साथ शुरुआत की और फिर 64 मीटर के अपने तीसरे थ्रो से पहले इसे 63.97 मीटर तक सुधार लिया। बता दें डिस्क्स थ्रो में प्रत्येक प्रतियोगी को तीन थ्रो मिलते हैं। दो क्वालीफाइंग राउंड में 64 मीटर या कम से कम 12 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले फाइनल में पहुंच जाते हैं। पंजाब की एथलीट इस साल शानदार फॉर्म में है क्योंकि उसने हाल ही में दो बार 65 मीटर का आंकड़ा पार किया है।
उन्होंने मार्च में फेडरेशन कप के दौरान राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने के लिए 65.06 मीटर दूर चक्का फेंका और 65 मीटर के निशान को तोड़ने वाली पहली भारतीय बनीं। फिर जून में, उन्होंने भारतीय ग्रैंड प्रिक्स -4 के दौरान 66.59 मीटर के थ्रो के साथ अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड को बेहतर बनाया और दुनिया में छठे नंबर पर पहुंच गई।

सीमा पुनिया हुईं बाहर
एक तरफ जहां कौर ने भारत का नाम रोशन किया वहीं अनुभवी सीमा पुनिया क्वालीफिकेशन ए में छठे स्थान पर और कुल मिलाकर 16वें स्थान पर 60.57 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ बाहर हो गईं। पुनिया, जिन्होंने आखिरी मिनट में ओलंपिक बर्थ बुक की थी, अपने सीजन और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ अंकों से काफी नीचे थी। उन्होंने अपना पहला थ्रो फाउल किया और अगले दो प्रयासों में 60.57 मीटर और 58.93 मीटर की दूरी तय की, मगर यह क्वाॅलीफाई करने के लिए नाकाफी था। बता दें पूनिया का यह आखिरी ओलंपिक होगा।

पुनिया का यह चौथा ओलंपिक था
38 वर्षीय हरियाणा एथलीट ने 29 जून को पटियाला में राष्ट्रीय अंतर-राज्य चैंपियनशिप के दौरान 63.72 मीटर की थ्रो के साथ क्वालीफिकेशन की समय सीमा के दिन ओलंपिक में जगह बनाई थी। उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 64.84 मीटर है, जो उन्होंने 2004 में बनाया था। वह जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में भाग लेने के बाद केवल इस सीजन में एक्शन में लौटी, जहाँ उसने कांस्य जीता था। पुनिया राष्ट्रीय शिविर के बाहर प्रशिक्षण ले रही हैं, ज्यादातर वह रूस और पड़ोसी देशों में ट्रेनिंग लेने जाती हैं। वह अपने निजी कोच एलेक्जेंडर सिनित्सिन के साथ टोक्यो आई थीं, जो उनके साथ जकार्ता में थे। यह अनुभवी डिस्कस थ्रोअर का चौथा ओलंपिक था। उन्होंने कभी भी फाइनल राउंड के लिए क्वालीफाई नहीं किया है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari