टोक्यो पैरालंपिक में भारत की 19 साल की अवनि लेखारा ने इतिहास रच दिया। उन्होंने पहले 10 मी राइफल में गोल्ड जीता था और अब 50 मी राइफल में ब्रांज मेडल अपने नाम किया है। इसी के साथ वह पैरालंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।

टोक्यो (पीटीआई)। भारतीय महिला निशानेबाज अवनि लेखारा शुक्रवार को यहां चल रहे खेलों में 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन एसएच1 में ब्रांज पदक जीतकर दो पैरालंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। इससे पहले 19 साल की लेखारा ने 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। 2012 में एक कार दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के बाद अवनि ने अपने सपनों को जिंदा रखा और शूटिंग में किस्मत आजमाई। जयपुर की शूटर ने कुल 249.6 के बराबर विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जो एक नया पैरालंपिक रिकॉर्ड भी था।

अवनि लेखारा ने रचा इतिहास
उनसे पहले, जोगिंदर सिंह सोढ़ी पैरालंपिक के एक ही सीजन में कई पदक जीतने वाले अकेले भारतीय थे, जब उन्होंने 1984 पैरालिंपिक में एक रजत और दो कांस्य पदक जीते थे। उनका रजत शॉट पुट में आया था, जबकि दो कांस्य पदक डिस्कस और भाला फेंक में जीते थे। लेखारा ने अपने पिता के कहने पर 2015 में सिटी शूटिंग रेंज में शूटिंग शुरू की थी। वह ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता राइफल शूटर अभिनव बिंद्रा से उनकी आत्मकथा पढ़ने के बाद भी प्रेरित हुईं।

भारत के कुल 12 मेडल
अवनि लेखारा के ब्रांज मेडल के साथ भारत के टोक्यो पैरालंपिक में कुल पदकों की संख्या 12 हो गई। दिन की शुरुआत में हाई जंप में प्रवीण कुमार ने भारत को सिल्वर मेडल दिलाया था। इसी के साथ अब तक भारत के पास दो गोल्ड, छह सिल्वर और चार ब्रांज हो गए। यह पैरालंपिक इतिहास में भारत के एक सीजन में सर्वश्रेष्ठ पदकों की संख्या है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari