कैंट बोर्ड की आकस्मिक बैठक में लिया गया फैसला

टोल बैरियर के विरोध में कैंट बोर्ड कार्यालय में जुटे लोग

Meerut। छावनी परिषद अब दो महीने तक दिल्ली रोड, मवाना रोड और रुड़की रोड से टोल टैक्स नहीं वसूलेगा। तत्काल प्रभाव से इसे हटा दिया गया। गुरुवार को कैंट बोर्ड में चली लंबी बहस और तर्क-वितर्क के बाद यह फैसला लिया गया। आकस्मिक बैठक में फैसला लिया गया कि 5 सदस्यीय समिति टोल बैरियर पर लेकर अपनी रिपोर्ट देगी, जिसके बाद फैसला लिया जाएगा कि टोल बैरियर 2 बाद बाद संचालित होंगे कि नहीं। इस दौरान कैंट बोर्ड के मीटिंग हॉल में जमकर गहमा-गहमी रहीं।

विरोध के चलते आकस्मिक बैठक

गौरतलब है कि गत दिनों कैंट बोर्ड ने मेरठ में एकाएक 11 स्थानों पर टोल बैरियर लगाकर टोल टैक्स की वसूली शुरू कर दी। जबकि पूर्व में कैंट बोर्ड शहर में 6 स्थानों से टैक्स की वसूली कर रहा था। 5 नए स्थानों में दिल्ली रोड पर फैज-ए-आम के सामने, रुड़की रोड और मवाना रोड एवं दो अन्य स्थानों पर कैंट बोर्ड ने टोल बैरियर लगाकर वसूली शुरू कर दी। इस वसूली का सर्वाधिक विरोध दिल्ली रोड पर हुआ। बीजेपी विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल के नेतृत्व में भाजपा नेताओं और कारोबारियों ने टोल टैक्स वसूली का विरोध करते हुए डीएम अनिल ढींगरा से मुलाकात की। कई चरण की बातचीत के बीच डीएम ने पीडब्ल्यूडी को अलर्ट किया और टोल बैरियर किन स्थितियों में लगा इस पर जबाव तलब किया। वहीं लॉ एंड आर्डर की स्थिति उस समय पटरी से उतरती नजर आई जब ट्रांसपोर्ट कारोबारियों ने टोल वसूली के विरोध में दिल्ली रोड स्थित टोल बैरियर पर हंगामा करते हुए तोड़फोड़ कर दी।

पांच सदस्यीय टीम का गठन

बैठक में गुरुवार को पांच सदस्यीय टीम का गठन भी किया गया। यह टीम तीनों जगहों पर जाकर उसका विश्लेषण करेगी। जो ट्रैफिक, लॉ एंड ऑर्डर से संबंधित समस्या की समीक्षा की समीक्षा करेगी और अपनी रिपोर्ट देगी। इस रिपोर्ट को दो महीने के बाद कैंट बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। उसमें निर्णय लिया जाएगा कि स्थाई तौर पर इन तीनों जगहों से टोल बैरियर लगाया जाए या नहीं।

सात करोड़ के कर्ज में कैंट बोर्ड

कैंट बोर्ड कंगाल है और कर्मचारियों की तनख्वाह तक नहीं निकल पा रही। यह दर्द गुरुवार को हुई बैठक में सीईओ प्रसाद चव्हाण का छलक पड़ा। छावनी परिषद की ओर से तीन प्वाइंटों को हटाने के बाद सीईओ ने कहा कि कैंट में आर्थिक स्थिति खराब है। हमारी 7 करोड़ की देनदारी पूरी नहीं हो पाएगी। बोर्ड के अध्यक्ष अनमोल सूद ने कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल से अपील की कि वह कैंट बोर्ड को फंड दिलाएं। आर्थिक स्थिति और फंड की मांग जैसी मांगे सीईओ ने बैठक के दौरान रखी तो सदस्यों से लेकर उपाध्यक्ष ने बहस शुरू कर दी। वित्त के मामले को लेकर जब सीईओ ने कहा कि डोर टू डोर कलेक्शन बंद कर दिया जाए तो सभी सदस्यों ने विरोध जताया।

कैंट बोर्ड में नारेबाजी

टोल बैरियर पर आकस्मिक बैठक के दौरान कैंट बोर्ड में बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे। दिनभर बोर्ड की बैठक पर सबकी नजर रही। 10 बजे ही लोगों ने कैंट बोर्ड कार्यालय में जुटना शुरू कर दिया। 11 बजे जब बोर्ड बैठक शुरू हुई, उस समय सैकड़ों की संख्या में व्यापारी, ट्रांसपोर्टर और क्षेत्रीय लोग छावनी परिषद कार्यालय के बाहर जुट गए। बैठक के दौरान भाजपा नेता परिसर में नारेबाजी करते रहे। जैसे ही बैरियर हटाने पर फैसला हुआ, भाजपा नेताओं ने परिसर में जोरदार नारेबाजी की। भाजपाइयों ने इसे अपनी जीत बताया।

कैंट बोर्ड अपनी सीमा में करें वसूली-विधायक

कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि कैंट बोर्ड मनमाना रवैया अपना रहा है। जिसके चलते शहर के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कैंट बोर्ड अवैध तरीके से वसूली में जुटा हुआ है। इसका विरोध किया गया।

पुलिस ने ली राहत की सांस

टोल टैक्स खत्म करने के साथ ही मेरठ पुलिस ने राहत की सांस ली है। कानून व्यवस्था के लिए टोल चुनौती बन गए थे। आए दिन हंगामा-मारपीट हो रही थी, जैसे ही टोल खत्म होने की बात पुलिस के कानों तक पहुंची तो पुलिस ने राहत की सांस ली है। यदि टोल टैक्स खत्म नहीं होते तो कानून व्यवस्था के लिए भी चुनौती बन सकते थे।

एसएसपी ने दिए थे निर्देश

टोल टैक्स को लेकर लगातार विरोध कई दिनों से चल रहा था। कई बार हंगामे और मारपीट तक की नौबत टोल तक पहुंच गई। इसको लेकर कानून व्यवस्था को लेकर चुनौती बनी हुई थी। एसएसपी ने सभी थानेदारों को भी निगरानी टोल प्लाजा पर बनाने के निर्देश दिए थे हालांकि टोल को खत्म करने के बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली है।

फिर होगा विरोध

गुरुवार को टोल बैरियर हटाने के फैसले को ट्रांसपोर्ट कारोबारियों ने सराहा। ट्रांसपोर्ट नगर में एक बैठक के दौरान मेरठ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव शर्मा ने कहा कि वे कैंट बोर्ड के इस फैसले का स्वागत करते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि कैंट बोर्ड दोबारा टोल बैरियर लगाने की कोशिश करेगा तो उसका भी विरोध किया जाएगा। बैरियर नहीं लगाने दिए जाएंगे। बैठक में उपाध्यक्ष देवीचरण सेन, महामंत्री दीपक गांधी, सुरेंद्र शर्मा, दीपक रल्हन, सरदार खेता सिंह, मंगल राठी, अशोक शर्मा आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive