- सोमवार को शिवरात्रि पर मंदिरों में होंगे कई कार्यक्रम

- पुलवामा के शहीदों के लिए विशेष जप का आयोजन

LUCKNOW :लंबे समय के बाद सोमवार को शिवरात्रि का पर्व पड़ रहा है। जिससे इस पर्व का महत्व और भी बढ़ गया है। शिवरात्रि को लेकर राजधानी के शिवालयों में विशेष तैयारियां की जा रही हैं। इस दौरान कहीं उज्जैन की तर्ज पर भस्म आरती होगी तो कहीं पुलवामा शहीदों के लिए विशेष जप का आयोजन किया जाएगा।

भजन संध्या और नृत्य नाटिका

सदर द्वादश ज्योतिर्लिग मंदिर के अध्यक्ष राजेश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि 4 मार्च को सुबह 6 बजे मंदिर के पट खोले जाएंगे। शाम को विशेष श्रृंगार, भजन संध्या और नृत्य नाटिका का आयोजन होगा। काशी से आए 5 आचार्य महाआरती करेंगे।

शहीदों के लिए जप

राजेंद्रनगर के श्री महाकाल मंदिर के व्यवस्थापक अतुल मिश्रा ने बताया कि नैमिषारण्य से आये 5 पंडित पुलवामा शहीदों के लिए सवा लाख ओम नम: शिवाय का जाप करेंगे। सुबह 4 बजे उज्जैन से आये हरिहर जल और भस्म से भस्म आरती होगी। भांग और इलायची से भव्य श्रृंगार होगा। वहीं विष्णु त्रिपाठी ने बताया कि रानी कटरा स्थित बड़ा, छोटा और मंझला शिवालय में भव्य श्रृंगार और आरती होगी।

2 बजे खुलेंगे मनकामेश्वर मंदिर के द्वार

मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरि ने बताया कि शिवरात्रि के दिन मंदिर के पट भोर 2 बजे खोल दिए जाएंगे। तीन बजे भस्म आरती होगी और प्रसाद वितरित किया जाएगा। मां गोमा के जल से भोलेनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा।

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भोले को प्रसन्न करने के उपाय

महर्षि पाराशर ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य पं। राकेश पांडेय ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन रात्रि जागरण करते हुये रात्रि में चारो प्रहर चार प्रकार के द्रव्यों से अभिषेक करने का विधान है। प्रथम प्रहर में षोडशोपचार पूजन कर गोदूग्ध से, द्वितीय प्रहर में गोदधि से, तृतीय प्रहर में गोघृत से व चतुर्थ प्रहर में पंचामृत से अभिषेक करने से शिव प्रसन्न होते हैं।

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ऐसे करे रुद्राभिषेक

शिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है। इससे कार्य सिद्धि होती है। धन की इच्छा रखने वालों को स्फटिक शिवलिंग पर गाय के दूध से, सुख समृद्धि की इच्छा रखने वालों को गाय के दूध में चीनी व मेवे के घोल से, शत्रु विनाश के लिए सरसों के तेल से, पुत्र प्राप्ति हेतु मक्खन या घी से, अभीष्ट की प्राप्ति के लिए गाय के घी से तथा भूमि भवन एवं वाहन की प्राप्ति के लिए शहद से रुद्राभिषेक करना चाहिए ।

Posted By: Inextlive