आज दुनिया के हर देश की सुरक्षा उस देश के लडा़कू विमानों पर निर्भर करती है. ऐसे में देश हैं जहां पर आज भी हम जब पूरी दुनिया के लड़ाकू विमान के बारे में बात करते हैं तो अक्‍सर भ्रम में आ जाते हैं. यह सोच में पउ़ जाते हैं कि किस देश का कौन सा लड़ाकू विमान सबसे ताकतवर है क्‍योंकि आज दुनिया के सभी देश शक्ति प्रदर्शन और सुरक्षा के लिए सैन्य उपकरणों और हथियारों के निर्माण में बढ़ चढ़कर हिस्‍सा ले रहे हैं. सही मायने में देखा जाये तो आज हर देश की वायु सेना में तेज रफ्तार और अतिआधुनिक लडाकू विमान शामिल हो चुके हैं. आइये जानें दुनिया के 10 बड़े लडा़कू विमानों के बारे में...


F-22 रैप्टर: दुनिया के ताकतवर लडा़कू विमान में F-22 रैप्टर है. यह अमेरिका लड़ाकू विमान टॉप टेन की सूची में सबसे शीर्ष पर है. यह एक तरीके हवा में उडने वाले अदृश्य रडारों में एक है. यह विमान काफी हैवी हथियार ले जाने में सक्षम है. यह आज की तारीख में सबसे ज्यादा महंगा लड़ाकू विमान है. रैप्टर का इंजर इसे काफी लंबी दूरी में ले जाने में सक्षम है. इसे हवा में कंट्रोल करने के लिये एक फायर वायर सिस्टम लगाया गया है. F-22 रैप्टर  ने एक साधारण लड़ाकू विमान की तरह ही जीवन शुरू किया था , लेकिन यह बाद में काफी आधुनिक होता चला गया. सबसे खासब बात तो यह है कि यह कई भूमिकाओं में आज एक्सपर्ट हो गया है.एफ/ए-18E विमान:
एफ/ए-18E/ विमान आज ऑस्ट्रेलिया का सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान है. यह विमान मुख्यतौर पर हवा और सतह दोनों ही जगह पर अटैक करने में सक्षम है. एफ / ए-18E / एफ / ए-18C / और D से ज्यादा ताकतवर है. सुपर हार्नेट में न्यू इंजन का इस्तेमाल किया गया है. इसकी ईंधन स्टोरेज की क्षमता काफी अच्छी है.दिन हो या रात या फिर खराब मौसम इस विमान को दुश्मनों को सबक सिखाने में काफी है.  यूरोफाइटर टाइफून:


यह यूरोफाइटर टाइफून यूरोप की सबसे एडवासं टेक्नोंलॉजी की पेशकश है. इसमें मिसाइल भंडारण की क्षमता है. यह आज के दौर को देखते हुये काफी मार्डन और तुलनात्म पेशकश है. इस विमान को लेकर दावा किया जा चुका है कि यह अमेरिका के F-22 Raptor का सामना आसानी से कर सकता है. यह लड़ाकू विमान F-15F, French Rafale और Russian Su-27 जैसे कई दूसरे लडा़कू विमानों से अधिक ताकतवर है. एक तहर से इस यूरोफाइटर टाइफून  को 21वीं सदी के ताकवर विमान कहने में कोई गलती नहीं होगी. राफेल: राफेल विमान फ्रांस के एयफोर्स और नेवी दोनों को सर्विस देता है. इसका भी मल्टीरोल है. इसके फीचर्स भी काफी लेटेस्ट हैं. राफेल के एक बार में 4 अटैक 40 के बराबर होते हैं. यह अमेरिका के लेटेस्ट वर्जन F-16 को टक्कर देने की क्षमा रखता है. यह 21वीं सदी में फ्रेंच की एक मजबूत पकड है.सुखोई एसयू-27:

रूस का यह सुखोई एसयू-27 लड़ाकू विमान विश्व के बड़े ताकतवर विमानों में 5वें नंबर पर है. इस लड़ाकू विमान में रडार, संचार उपकरणों और आइडेंटिफिकेशन-फ्रेंड और फोइ सिस्टम काफी बेहतर तरीके से दिये गये हैं. यह आधुनिक विमान पश्िचमी देशों के लिये काफी खतरा पैदा किये है. यह काफी बड़े हथियारों को भंडारण करने की क्षमता रखता है.यहां भी क्िलक करें: तस्वीरों में देखें दुनिया के टॉप 10 लड़ाकू विमान...

एफ -15 ईगल: एफ -15 ईगल दुश्मन को मार गिराने में माहिर है. एफ -15 ईगल अमेरिकी वायु सेना के साथ सेवा में अब भी है और 2025 यह विमान इजरायल, जापान और सऊदी अरब को निर्यात किया गया है. एफ-15, हथियार और इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ लैस दुश्मन नियंत्रित हवाई क्षेत्र में सक्रिय है. जबकि, ट्रैक और हमले के दुश्मन के विमानों का पता लगाने के अधिग्रहण के लिए यह सक्षम है. इस लड़ाकू हवा से हवा में मिसाइलों की एक विस्तृत श्रृंखला वहन करती है और अत्यंत maneuverable. इसके अलावा इसमे मजबूत उच्च गति है.

MiG-31:विमान का नवीनतम संस्करण मिग 31BM है. यह लंबी दूरी की अवरोधन, सटीक हड़ताल और रक्षा दमन कार्य करने में सक्षम है. यह मिसाइल भंडारण सोवियत हवाई सुरक्षा साधनों को एक जगह पर संग्रह करने में काफी आगे है. इसकी काफी ऊचांई तक उड़ने की क्षमता है. मिग 31 सबसे तेजी वाले विमानों के उत्पादन में गिना जाता है. यह लंबी दूरी पर शॉट-नीचे दुश्मन के विमानों पर मिसाइलों का उपयोग करता है.एफ-16:
एफ-16 दुनिया के ताकतवर विमानों में 8वें नंबर पर है. अमेरिका इस विमान का प्रयोग काफी प्रमुखता से कर रहा है. दूसरे विमानों की तरह इस विमान की टेक्नोंलॉजी भी काफी हाईटेक है. AESA रडार, एडवांस इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सुइट्स और IRST आदि की  मदद से एफ-16 मिसाइल और विमानों पर दूर से ही निशाना साध देता है.साब JAS 39 ग्रिपेन: साब ग्रिपेन स्वीडन के खास लडा़कू विमानों में एक हैं. इसका निर्माण ग्रिफिने चौथी पीढ़ी के हल्के बहु भूमिका लड़ाकू विमान के रूप में किया है. यह लड़ाकू विमान नवीनतम तकनीकों से  वायु रक्षा, अवरोधन, और जमीनी हमले बहुत तेजी से कराता है. इसके अलावा यह टोही के रूप में विभिन्न अभियानों, प्रदर्शन पर शानदार प्रदर्शनक करता है. ग्रिपेन छोटी-पट्टी हवाई अड्डों पर से भी निकाला जा सकता है. यह विमान 21 वीं सदी में स्वीडिश एयर पावर में मुख्य स्थान पर माना जाता है.चेंगदू जे -10: चीन जे -10 विमान दुनिया के ताकतवर विमानों में 10वें नंबर पर है. यह भी बहुआयामी भूमिका अदा करता है. मिग -29 और एसयू -27 - के आगे पीढ़ी के लड़ाकू विमानों से उत्पन्न खतरे का मुकाबला करने के उद्देश्य लिये इसका निर्माण किया गया.

Posted By: Satyendra Kumar Singh