Cricket Controversies 2019: धोनी के ग्लव्स से लेकर विकेट बेल्स तक, इन विवादों ने बटोरी सुर्खियां
कानपुर। क्रिकेट के लहाज से साल 2019 कभी नहीं भूलने वाला है। इस साल वो सब हुआ जो पहले कभी नहीं देखा गया। इंग्लैंड पहली बार वर्ल्डकप जीता मगर वो फाइनल भी विवादों में घिर गया। एमएस धोनी बलिदान बैज वाले ग्लव्स के साथ मैदान में उतरे तो उस पर आईसीसी को आपत्ति हो गई। आइए ऐसे ही अन्य विवादों के बारे में जानें जिन्होंने इस साल खूब सुर्खियां बटोरी।
2019 में इंग्लैंड में आयोजित वर्ल्डकप ने इस बार सभी का ध्यान अपनी अोर खींचा। खासतौर से इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड के बीच खेला गया फाइनल तो कभी नहीं भुला जाएगा। इस मैच में वो सब हुआ जिसके बारे में किसी ने नहीं सोचा था। स मैच में इंग्लैंड को सुपर ओवर के जरिए जीत मिली। 50-50 ओवर टाई रहने के बाद सुपर ओवर के जरिए मैच का परिणाम निकाला गया मगर जब ये भी टाई रहा तो इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया। आईसीसी के नियम के मुताबिक, सुपर ओवर टाई रहने की स्थिति में उस टीम को विजेता घोषित किया जाता है जिसने सबसे ज्यादा बाउंड्री लगाई हों। ऐसे में इंग्लैंड को विश्व चैंपियन बना दिया गया। मगर बाद में सोशल मीडिया पर इस नियम की खूब आलोचना हुई।
वर्ल्ड कप 2019 में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला मैच खेला था। भारत को इस मैच में जीत तो मिली मगर एक मुसीबत गले लग गई। दरअसल मैच के दौरान टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी एक नए ग्लव्स के साथ मैदान में उतरे थे। माही जब विकेटकीपिंग कर रहे थे तो उनके ग्ल्व्स में बलिदान बैज का निशान बना हुआ था, जिस पर अब सवाल खड़े हो गए। क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था आईसीसी नेे इस पर आपत्ति जताई। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने बीसीसीआई से साफ कह दिया कि धोनी का ग्लव्स में बैज लगाना आईसीसी के नियमों का उल्लंघन है। आईसीसी किसी भी इंटरनेशनल मैच में खिलाड़ी को अपनी ड्रेस या एसेसरीज पर स्पांसर लोगो के अलावा अन्य किसी की परमीशन नहीं देता है। बाद में धोनी दूसरे ग्लव्स के साथ मैदान में उतरे।
इस साल मार्च में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गया एक वनडे उस वक्त चर्चा में आ गया। जब भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी मैदान में सेना वाली टोपी पहनकर उतरे। यह मैच धोनी के होम ग्राउंड में आयोजित हो रहा था। ऐसे में माही के लिए ये काफी खास थ। मगर इस वनडे को और स्पेशल बनाया भारतीय क्रिकेटरों की टोपी ने। कोहली सहित पूरी इंडियन टीम कैमोफ्लैज कैप के साथ मैदान में उतरी। इस स्पेशल कैप को पहनने की बड़ी वजह थी। इसका मकसद भारतीय सेनाओं को ट्रिब्यूट देना है। इस मुहिम की शुरुआत किसी और ने नहीं बल्कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने की। धोनी को टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि मिली है। ऐसे में उनका सेना से काफी जुड़ाव है। धोनी ने अपने कप्तान विराट कोहली से कैमोफ्लैज कैप के बारे में बात की और अब हर साल भारत में एक मैच इसी कैप को पहनकर खेला जाएगा। हालांकि भारत के इस टोपी के साथ मैच खेलने पर पाक क्रिकेट बोर्ड ने आपत्ति जताई थी।
डियन प्रीमियर लीग के 12वें सीजन का 25वां मैच काफी विवादित रहा। ये मैच चेन्नई सुपर किंग्स बनाम राजस्थान राॅयल्स के बीच खेला गया था। धोनी की टीम चेन्नई ने इस मैच में चार विकेट से जीत दर्ज की। मगर मैदान में अंपायर के साथ लड़ाई करना धोनी को महंगा पड़ गया। दरअसल नो बाॅल को लेकर माही डग आउट से मैदान में अंपायर से बहस करने आ गए। जिसके चलते धोनी को कोड ऑफ कंडक्ट लेवल 2 का उल्लंघन करने पर दोषी पाया गया। माही को सजा के तौर पर उनकी 50 प्रतिशत मैच फीस काट ली गई। वैसे आपको बता दें धोनी पर दो मैच का बैन भी लग सकता था।