हाल के दिनों में गैरजरूरी बयानबाजी कर पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा करने वाले नेताओं से भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नाराज है। नेताओं के रवैये से परेशान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी नाराजगी दिखायी है। जिसके बाद विपक्ष के तेज होते हमलों के बीच पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को बड़बोले नेताओं को फटकारने के साथ ही मर्यादा में रहने को कहा।


चार बड़बोले नेताओं को दी चेतावनी
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान, उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज और उत्तर प्रदेश के विधायक संगीत सोम को बुलाकर शाह ने आगाह किया कि भविष्य में बेवजह बयानबाजी न किया करें। दादरी में गोमांस को लेकर हुई घटना वैसे तो राज्य सरकार से जुड़ी है। लेकिन भाजपा के ही कुछ नेताओं के कारण केंद्र सरकार कठघरे में खड़ी हो गई है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पहली गलती केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने की। इकलाख की हत्या को उन्होंने हादसा बता दिया। इस घटना के विरोध में पुरस्कार लौटा रहे लेखकों पर भी तार्किक टिप्पणी करने केबजाय उन्होंने अपने बयान से अनावश्यक विवाद पैदा कर दिया। उन्होंने ऐसे वर्ग को भी भडक़ा दिया, जो इसके लिए राज्य की सपा सरकार को जिम्मेदार मान रहे थे। एक तरीके से उनके बयान के बाद ही यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तूल पकडऩे लगा।  खुद नरेंद्र मोदी ने दिया दखल


बताते हैं कि इसके बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर शर्मा को आगाह किया। मोदी ने उनसे कहा कि हर मुद्दे पर बयान देना जरूरी नहीं है। ऐसे बयानों के कारण ही विपक्ष राज्य सरकार से जुड़ा मसला भी केंद्र के पाले में डाल देता है। वरना दादरी की घटना उत्तर प्रदेश में हुई। एमएम कलबर्गी की हत्या कर्नाटक में हुई। एन दाभोलकर की हत्या महाराष्ट्र में कांग्रेस के समय में हुई थी। लेकिन भाजपा नेताओं की बयानबाजी के चलते विपक्ष ने इसे केंद्र के पाले में डाल दिया। नेताओं ने चेतावनी की बात से किया इंकार खट्टर ने भी उसी तरह सीमा लांघी है। लिहाजा शाह ने उन्हें बुलाकर जिम्मेदारी का अहसास कराया। बताते हैं कि उन्हें ऐसे बयान से दूर रहने को कहा गया है, जिससे लोगों की भावना भडक़े। दूसरी तरफ, साक्षी महाराज का कहना है कि उन्हें कोई फटकार नहीं लगाई गई। वह अपने संसदीय क्षेत्र की समस्या लेकर गए थे। बालियान ने भी कहा कि हमें बुलाया नहीं गया था। हम तो खुद पार्टी से संबंधित कार्यों को लेकर गए थे। महेश शर्मा ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष द्वारा खिंचाई करने जैसी कोई बात नहीं है।किसने क्या कहा महेश शर्मा: इकलाख की हत्या हादसा थी, साजिश नहीं।संगीत सोम: उत्तर प्रदेश पुलिस एक समुदाय को निशाना बनाकर कार्रवाई कर रही है।

मनोहर लाल खट्टर: मुस्लिम इस देश में रह सकते हैं, लेकिन उन्हें बीफ खाना छोडऩा होगा। गाय यहां विश्वास और आस्था से जुड़ी है। हालांकि बाद में वे इस बयान से मुकर गए थे।  संजीव बालियान: दादरी कांड एक छोटी घटना।साक्षी महाराज: हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है।

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Posted By: Molly Seth