केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई ने कहा है कि अंडरवर्ल्ड माफिया दाऊद इब्राहिम के एक करीबी सहयोगी इकबाल मिर्ची को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है.


सीबीआई की स्पोकपर्सन धरणी मिश्रा ने कहा है कि इंटरपोल ने लंदन में इकबाल मिर्ची की गिरफ्तारी की सीबीआई से पुष्टि की है. लंदन में अपराध करने पर उसे मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था. मिर्ची 1993 के मुम्बई विस्फोटों सहित कई आपराधिक मामलों में वांछित है, जबकि दाऊद इब्राहिम पर वर्ष 1993 में मुम्बई विस्फोटों के लिए पैसे पहुंचाने और हमलों की साजिश रचने का आरोप है. लंदन पुलिस ने इकबाल मिर्ची को एक बिजनैसमेन को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. नकली पहचान के सहारे रह रहा था


इकबाल मिर्ची के पकड़े जाने के बाद भारत में उसके प्रत्यर्पण की चर्चा शुरू हो गई है. इकबाल पर मुंबई धमाके की साजिश के अलावा कई हत्याओं के केस दर्ज है और उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस निकला हुआ था. गौरतलब है कि इकबाल मिर्ची ने लंदन में एक बिजनेसमैन को जान से मारने की धमकी दी थी और तब उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया. लंदन पुलिस को पूछताछ में उसने बताया कि पिछले करीब 20 साल से वो चावल कारोबारी की फर्जी पहचान के बलबूते नकली पासपोर्ट के साथ लंदन में रह रहा. था चावल कारोबार की आड़ में वो यहां भी दाऊद के ड्रग्स के धंधे को चला रहा था.

इकबाल मिर्ची के वकील रिजवान मर्चेन्ट ने बताया कि इकबाल ने लंदन में एक क्राइम किया है लेकिन क्या किया है, मैं नहीं जानता हूं. जब मुझे जानकारी मिलेगी तब मैं कुछ बता पाऊंगा. गौरतलब है कि इकबाल मिर्ची की इस गिरफ्तारी का मुंबई ब्लास्ट या रेड कॉर्नर नोटिस से कोई ताल्लुक नहीं है. 1990 में हुआ था फरारइकबाल मिर्ची के खिलाफ मुंबई में भी कई मर्डर और दूसरे केस दर्ज हैं. 1994 में उसके खिलाफ हत्या, नशे के कारोबार मामले में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. मिर्ची 1990 में मुंबई से फरार हुआ था. अनीस इब्राहीम की बीवी की बहन से शादी करने के बाद मिर्ची छोटा शकील के बाद दाऊद का सबसे खास आदमी बन चुका था. शुरू किया होटल-चावल का बिजनेस सूत्रों के मुताबिक दाऊद के आदेश के बाद इकबाल ने 1994-1995 के बीच पाकिस्तान छोड़ा और इंग्लैंड चला गया था. वहां वो नए नाम और नई पहचान के साथ चावल का कारोबारी बन गया. धीरे-धीरे चावल की आड़ में उसने 10 मुल्कों में ड्रग्स की तस्करी शुरू कर दी. जो आज तक जारी है.

इकबाल ने ब्रिटिश शेयर मार्केट में करोड़ों रुपए लगाए और फिर वहां केजीएन ग्रुप के नाम से होटलों की चेन खड़ी कर दी. दहशतगर्दी की उसकी पूरी पहचान होटल औऱ चावल के धंधे ने मिटा दी. इससे पहले 1993 में भी उसे एक मामले में यूके पुलिस ने गिरफ्तार किया था पर भारत को सौंपेने से इनकार कर दिया था.

भोपाल में दस करोड़ का बंगलाइकबाल मिर्ची उर्फ इकबाल मर्चेंट उर्फ इकबाल मोहम्मद मेमन का भोपाल की मशहूर बड़ी झील के किनारे श्यामला हिल्स में एक बंगला है, जिसकी कीमत लगभग दस करोड़ रूपए बताई जाती है. ‘अंग्रेजन बंगला’ के नाम से भोपाल के लोगों के बीच पहचान रखने वाला यह बंगला पिछले कई वर्षो से उजाड़ पड़ा है और आम आदमी इसके अंदर जाने से घबराता है. इस उजाड़ बंगले के खिड़की-दरवाजे तक टूट-फूट चुके हैं. हाईकोर्ट के निर्देश पर फरार अपराधियों की सम्पत्तियों की कुर्की की प्रोसेस के तहत इकबाल मिर्ची की यह सम्पत्ति वर्ष 2004-05 में कुर्क कर ली गई थी. एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक वर्ष 2007 में इसकी नीलामी का प्रयास किया गया था लगभग डेढ़ दर्जन पार्टियां आईं और मुंबई के एक व्यक्ति ने लगभग ढाई करोड़ रूपए की बोली लगाई तथा दस लाख रूपए जमा भी किए, लेकिन बाद में उसने इसे खरीदने से इंकार कर दिया. 
एक दूसरी पार्टी भी बंगला एवं उसकी जमीन लेने से पीछे हट गई, तो इस सम्पत्ति को वित्त मंत्रालय के सुपुर्द कर दिया गया. प्रॉपर्टी बाजार से जुडे लोगों के मुताबिक इस बंगले की अनुमानित कीमत लगभग दस करोड रुपए है.   

Posted By: Kushal Mishra