खेल जगत में ड्रग लेने या नशा करना एक रिवाज बन चुका है। अधिकांश खिलाड़ी नशे का सेवन करते हैं लेकिन कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो बैन ड्रग का इस्‍तेमाल करने में भी पीछे नहीं रहते हैं। जिसकी वजसे उन्‍हें कई बार गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़े। शेन वार्न से लेकर इयॉन बाथम जैसे कई बडे खिलाड़ी इसमें फंस चुके हैं। आइए जानें क्रिकेट में डोपिंग में असफल रहे इन 10 खिलाड़ियों के बारे में...


इयान बॉथम:  
इंग्लैंड के ऑलराउंडर इयान बॉथम भी गांजा पीने के आरोपों में घिर चुके हैं। जिससे 1986 में इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें दो महीने के लिए निलंबित कर दिया था।


स्टेफेन फ्लेमिंग:

1993-94 में दक्षिण अफ्रीकी दौरे के दौरान न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान फ्लेमिंग भी इस मामले में सजा पा चुके हैं। वह गांजे का उपयोग करते हुए पकड़े गए थे। इनके अलावा मैथ्यू हार्ट, डियोन नैश, एडम परोरे और शेन थॉमसन भी इसमें फंसे थे।  

उपुल थरंगा:
श्रीलंका के बल्लेबाज उपुल थरंगा प्रतिबंधित पदार्थ रखने के दोषी पाए जा चुके हैं। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज थरंगा को 2011 विश्व कप इसमें फंसे थे। जिसके बाद उन पर तीन महीने का प्रतिबंध लगा था।

डेविड मुरे:
ड्रग लेने के मामले में वेस्टइंडीज के खिलाड़ी डेविड मुरे भी फंस चुके हैं। उन्होंने 1978 से ड्रग लेना शुरू किया। हालांकि इस मामले की जांच में वह दोषी पाए गए थे। जिसके बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।

रोरी क्लेनवेल्ट:
साल 2012 में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व हरफनमौला क्रिकेटर रोरी क्लेनवेल्ट भी ड्रग मामले में घिर चुके हैं। वह भी डोपिंग परीक्षण में असफल रहे हैं।

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Posted By: Shweta Mishra