सर्दियों में ले सकते हैं इन छह स्वादों का मजा
गाजर का हलवा: बात शुरू करते हैं मीठे से और जाहिर है जाड़ों में मिठाई का नाम लेते ही सबसे पहले याद आता है गाजर का हलआ। देसी घी में घिसी हुई गाजर को भून कर खोया मिला कर तैयार कर लें और फिर उसमें सूखे मेवे मिला लें। शायद ही कोई ऐसा होगा जो सर्दियों का इंतजार इसलिए भी ना करता हो कि गाजर का हलवा खाने को मिलेगा।
सरसों का साग: वैसे तो सरसों का साग और मक्की की रोटी पारंपरिक रूप से पंजाबी डिश है पर ये सर्दी स्पेशल डिश भी कही जा सकती है। जाड़ों में गर्म गर्म मक्की रोटी और मक्खन डाल कर सरसों का साग खाने के बाद पेट ही नहीं आत्मा भी तृप्त हो जाती है। और ये हेल्दी भी होता है।गोंद के लड्डू: सर्दियों से लड़ने का हेल्दी और टेस्टी तरीका है गोंद के लड्डू। हम सबके घर की बुजुर्ग महिलाओं को इस बारे में अच्छी जानकारी होती है। ताजी मां बनी महिलाओं के लिए देशी घी में बना गोंद का लड्डू और एक गिलास गर्म दूध एकदम सही नाश्ता होता है।
खजूर और गुड़ के संदेश: ये एक स्पेशल बंगाली मिठाई है जो खजूर दूध और सूखे मेवों से बनती है और विशेष रूप से जाड़ों में खायी जाती है। ये मिठाई शरीर को गर्म रखने के साथ साथ स्वस्थ रखने भी मदद करता है।