सावन के शुभ महीने में यूपी के वाराणसी में काशी विश्वनाथ सहित विभिन्न मंदिरों में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। हालांकि इस बार कोरोना वायरस की वजह से भक्तों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दर्शन करना होगा। जिला मजिस्ट्रेट ने चेतावनी दी है कि अगर किसी भी मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हुआ तो उसे तुरंत बंद कर दिया जाएगा।


वाराणसी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में वाराणसी शहर का प्रशासन 'सावन' के महीने में मंदिरों में भक्तों की भीड़ पर काबू पाने के लिए कमर कस चुका है क्योंकि इन दिनों कोरोना वायरस फैल रहा है। 6 जुलाई से शुरू हो रहे 'सावन' के पवित्र महीने के साथ वाराणसी में जिला प्रशासन ने चेतावनी दी है कि अगर कोई भी मंदिर सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइन का वाॅयलेशन करता पाया गया तो उसको बंद कर दिया जाएगा।सावन में काशी विश्वनाथ सहित विभिन्न मंदिरों, विशेष रूप से शिव मंदिरों में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। सोमवार को यह भीड़ काफी ज्यादा होती है। मास्क पहनना, सेनिटाइजर का उपयोग करना जरूरी


इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट कौशल राज शर्मा ने पुलिस से सड़कों और मंदिरों के आसपास चौकसी बढ़ाने और ऐसे स्थानों की पहचान करने को कहा है, जहां सेफ्टी प्रोटोकॉल का उल्लंघन हो रहा है।उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी भी मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हुआ तो मंदिर को तुरंत बंद कर दिया जाएगा। किसी भी भक्त को सुबह 5 बजे से पहले पूजा करने की इजाजत नहीं होगी। जिला मजिस्ट्रेट ने यह भी कहा कि भक्तों को मास्क पहनना, सेनिटाइजर का उपयोग करना और सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन करना अनिवार्य होगा।

सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन करना अनिवार्य जिलाधिकारी ने सुरक्षा दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ हर सुबह दो घंटे की मुहिम चलाने का आदेश दिया है।वाराणसी के घाटों और मंदिरों में सुबह से भक्त बड़ी संख्या में निकलते हैं। इस दाैरान अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे पुलिस या किराए के वाहनों के माध्यम से वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करें। अतिरिक्त शहर मजिस्ट्रेटों को दुकानों, बाजार जाने वालों, ऑटो और ई-रिक्शा पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सोशल डिस्टेंसिंग को फाॅलो किया जा रहा है।

Posted By: Shweta Mishra