बनारस के सांसद नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद दुनिया के देशों से दोस्ती बढ़ाने पर जोर दिए। उन्होंने कई देशों का भ्रमण किया और कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को अपने देश ले आए।


वाराणसी (ब्यूरो)। इस दोस्ती का असर बनारस में खासा नजर आ रहा है। दुनिया के देशों से टूरिस्ट बनारस आ रहे हैं। खासतौर पर अमेरिका और चीन से बड़ी संख्या में टूरिस्ट बनारस आ रहे हैं। गंगा घाटों के साथ ही शहर के प्रमुख स्थानों की खूबसूरती निहार रहे हैं। टूरिज्म डिपार्टमेंट के आकड़ों में दिन ब दिन बढोत्तरी हो रही है। टूरिज्म से जुड़े लोगों का फायदा भी खूब हो रहा है। मजबूत की दोस्ती
नरेंद्र मोदी ने दुनिया की दो बड़ी ताकतों अमेरिका और चीन के साथ दोस्ती मजबूत करने पर बल दिया। पहले कार्यकाल में चीन के राष्ट्रपति को बुलाया था। छह बार अमेरिका और तीन बार चीन गए। इसके साथ ही फ्रांस, जर्मनी, रूस, जापान, श्रीलंका का दौरा किया है। अपने दूसरे कार्यकाल में मोदी ने अमेरिका का दौरा किया और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी भारत आए। इससे यही प्रतीत होता है कि भारत से अमेरिका और चीन के संबंध काफी मजबूत हैं। दोस्ती का ही असर है कि इन दोनों देशों से हर साल बड़ी संख्या में लोग बनारस आ रहे हैं। दुनिया को दिखाया बनारस


पिछली एनडीए सरकार में पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका, चीन, फ्रांस, जापान, साउथ कोरिया, श्रीलंका समेत 52 देशों का दौरा किया। पीएम जहां भी गए, वहां वाराणसी की संस्कृति, भगवान बुद्ध, काशी विश्वनाथ, कबीर का बखान किया और दोस्ती मजबूत की। आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2014 से 18 तक विदेशी मेहमानों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले साल 2018 में करीब साढ़े तीन लाख विदेशी बनारस पहुंचे, जबकि 2014 में संख्या दो लाख 87 हजार थी।आ सकते हैं ट्रंपअमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसी माह भारत आ रहे हैं। दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान टं्रप आगरा और वाराणसी भी आ सकते हैं। हालांकि अभी उनका कोई कार्यक्रम नहीं आया है, लेकिन अमेरिका की एजेंसियां सक्रिय हो गईं हैं। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में पहले भी कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष आ चुके हैं। इनमें जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रो, जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैक वॉल्टर और मॉरीशस के पीएम प्रविंद जगन्नाथ प्रमुख हैं। इन लोगों ने सारनाथ का विजट, गंगा आरती और काशी विश्वनाथ में दर्शन-पूजन किया था।कंट्रीवार टूरिस्ट की संख्या 2018- श्रीलंका    34533- अमेरिका    30783- चीन    20822- स्पेन    22718- साउथ कोरिया    19822- जापान    19074- फ्रांस    16756ये रही विदेशी टूरिस्ट की संख्या 2019 जनवरी    40462फरवरी    40156मार्च    43362अप्रैल    35657मई    18620जून    8425

पिछले पांच सालों में आए विदेशी टूरिस्टवर्ष 2018    349270वर्ष 2017    334860वर्ष 2016    312519वर्ष 2015    302370वर्ष 2014    287761'विदेशी टूरिस्ट की संख्या हर साल पांच से सात प्रतिशत बढ़ रही है। इनकी सुविधा के लिए बाबतपुर एयरपोर्ट, कैंट रेलवे और बस स्टेशन, सारनाथ, दशाश्वमेध और अस्सी घाट पर टूरिस्ट सेंटर खोले गये हैं। चीन, अमेरिकी नागरिक सारनाथ के अलावा गंगा घाट और विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने जाते हैं। टूरिस्टों के लिए सारनाथ में बुद्धा थीम पार्क का निर्माण कराया जा रहा है।'-अविनाश चंद्र मिश्रा ज्वाइंट डायरेक्टर पर्यटन विभागदेखा विश्वनाथ कॉरीडोर
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से विदेशी नागरिकों के लिए की गई व्यवस्था का लाभ सबसे अधिक चीन और अमेरिका के नागरिक उठा रहे हैं। अब तक 43 देशों के 700 से अधिक विदेशी नागरिकों ने विश्वनाथ कॉरिडोर देखा और बाबा दरबार में हाजिरी लगाई। मंदिर प्रशासन की ओर से हेल्प डेस्क के माध्यम से एक नई व्यवस्था शुरू की गई। इसमें अगर विदेशी नागरिक सामान्य रूप से दर्शन चाहते हैं तो वह अपना पासपोर्ट वीजा चेकिंग कराने के बाद मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकते हैं, लेकिन गाइड या सुगम दर्शन के लिए हेल्प डेस्क से 600 रुपये का टिकट कटाना जरूरी है। सितम्बर के अंतिम सप्ताह से शुरू हुई नई व्यवस्था के तहत विदेशी श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 700 से अधिक हो गई है। इसमें सबसे अधिक 188 चीन के नागरिक हैं, दूसरे नंबर पर अमेरिका के 41 नागरिक, 33 रशियन, मलेशिया और ब्रिटेन के 31- 31 नागरिक हैं।varanasi@inext.co.in

Posted By: Inextlive Desk