शहर में होटल:500

होटल में रूम 10000

- होटल्स के सामने खड़ा हुआ संचालन का संकट

- बिजली बिल भरने के लिए भी पड़ जाएंगे लाले

आगरा। पहले से ही कोरोनावायरस से सहमी टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए मंडे को अघोषित 'लॉकडाउन' लागू कर दिया। ताज समेत सभी एएसआई प्रोटेक्टेड मॉन्यूमेंट्स 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए गए। इससे ताजनगरी में टूरिज्म इंडस्ट्री की बची हुई उम्मीद भी चकनाचूर हो गई।

पहले से ही कैंसिल हो रहीं बुकिंग

कोरोनावायरस को लेकर ताजनगरी की टूरिज्म इंडस्ट्री पहले से ही सकते में थी। ताज पर विदेशी तो छोडि़ए देसी टूरिस्ट का भी ग्राफ लगातार गिर रहा था। होटल में बुकिंग कैंसिल हो रहीं थीं। जो कुछ टूरिस्ट आ भी रहे थे, तो उनके आने की उम्मीद भी स्मारकों के बंद करने के आदेश के साथ ही खत्म हो गई। कारोबारियों की मानें तो ये टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए लॉकडाउन है।

'44 वर्ष में कभी नहीं दिखे ये हालात'

होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान ने बताया कि वह वर्ष 1976 से इस इंडस्ट्री में हैं। लेकिन ऐसे हालात पहली बार सामने आए हैं। टूरिज्म बिजनेस तो पहले से ही ठप था, अब स्मारक के बंद करने के फैसले ने इस पर मुहर लगा दी है। नुकसान का तो अनुमान लगाना भी मुश्किल है। मेरे सामने तो ताजमहल बंद करने के बाद पहली बार आदेश हुए हैं। फिर भी कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए हम सरकार के फैसले के साथ है। बस यही दुआ करते हैं कि हालात जल्द से जल्द सामान्य हों। जिससे पर्यटन इंडस्ट्री पटरी पर लौट सके।

'नौकरियां जाना हो जाएगा शुरू'

आगरा टूरिज्म डेवलपमेंट फाउंडेशन के संदीप अरोड़ा बताते हैं कि ये टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए लॉकडाउन है। अभी कारोबारियों के सामने संकट है। अगर हालात यही रहे तो निचते तबके पर भी इसका असर दिखेगा। होटल, एंपोरियम, ट्रैवल्स सेक्टर से नौकरियां जाना शुरू हो जाएंगे। क्योंकि जब टूरिस्ट ही नहीं होगा तो होटल, एंपोरियम का संचालन कैसे होगा। जब संचालन नहीं होगा तो स्टाफ की सैलरी कहां से आएगी। कोरोनावायरस को लेकर हालात सामान्य नहीं हुए तो हालात और भयावह हो सकते हैं।

2021 तक रहेगा कोरोना इफेक्ट

पर्यटन कारोबारियों की मानें तो इस हालात से उबरने में टूरिज्म इंडस्ट्री को काफी समय लगेगा। विदेश से आने वाले टूरिस्ट्स एक वर्ष पहले से ही अपनी प्लानिंग शुरू कर देते हैं। वीजा के एप्लाई किया जाता है। बुकिंग होना भी शुरू हो जाती है। अब जबकि कोरोनावायरस के चलते फॉरेन कंट्रीज में भी हालात गंभीर हैं। ऐसे में कोरोनावायरस की दहशत फैलने से 2021 के लिए होने वाली बुकिंग भी कैंसिल होना शुरू हो गई हैं। इससे साफ है कि कोरोनावायरस का असर अगले वर्ष के टूरिज्म कारोबार पर भी दिखेगा।

टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए तो सबकुछ बर्बाद हो गया। होटल्स के लिए स्टाफ की सैलरी तो छोडि़ए टैक्स, बिजली बिल भी निकालना मुश्किल है।

राकेश चौहान, अध्यक्ष, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन

टूरिज्म इंडस्ट्री में लॉकडाउन हो गया है। अगर हालात जल्द ही सामान्य नहीं हुए तो नौकरियां जानी शुरू हो जाएंगी। स्थिति गंभीर हो जाएंगी।

संदीप अरोड़ा, आगरा टूरिज्म डेवलपमेंट फाउंडेशन

Posted By: Inextlive