Agra: जी हां दिन में दो बार दो ताजमहल नजर आते हैं. ऐसा दावा करते आपको यहां कई गाइड मिल जाएंगे. वे आपको दो ताज भी दिखा देंगे. आप खुश होकर उन्‍हें बख्‍शीस भी थमा देंगे. विश्‍वास न हो पढि़ए एक रिपोर्ट...

आश्चर्य और जिज्ञासा
कोई आपसे कहे कि हम आपको ताजमहल प्रिमाइसिस में ही दो ताजमहल का दीदार करा देंगे तो आपको कैसे लगेगा। आश्चर्य के साथ जिज्ञासा होना लाजमी है। यही नहीं इसके लिए आप मुंह मांगे रुपए देने के लिए भी तैयार हो सकते हैं। यही हो भी रहा है और अभी से नहीं सालों से। आपको यह जानकार और हैरानी होगी कि इस खेल को कोई और नहीं बल्कि एएसआई के एम्पलॉइज ही अंजाम दे रहे हैं।
करते हैं गाइड
ताजमहल का दीदार करने के लिए दुनिया भर से लोग बड़ी तादाद में डेली ताज सिटी का रुख करते हैं। ताजमहल पर जो टूरिस्ट्स आते हैं वह ज्यादातर अपने साथ टूरिस्ट गाइड को साथ लाते हैं। इस दौरान वहां पर एएसआई के एम्पलॉइज भी होते हैं जो टूरिस्ट को 'अपनेÓ तरीके से गाइड करते हैं। यह एम्पलॉइज सनराइज और सनसेट के टाइम पर अपने इस खेल को अंजाम देते हैं। इस खेल में एएसआई एम्पलॉइज टूरिस्ट्स को पानी में ताजमहल के रिफ्लिेशन को दिखाकर अपनी दो ताजमहल कहने की बात को साबित करते हैं। इसके साथ ही उनसे मुंह-मांगे पैसे ऐंठने का काम करते हैं। यह खेल वह ज्यादातर साउथ इंडियन और फॉरनर टूरिस्ट के साथ खेलते हैं।
नहीं करते झिकझिक
दो ताज दिखाने के लिए एएसआई एम्प्लॉईज इंडियन टूरिस्ट्स पर कम फोकस करते हैं। उनके टारगेट पर फॉरेनर्स ज्यादा रहते हैं। सूत्रोंं के अनुसार, इससे पीछे सबसे बड़ी वजह फॉरेनर्स का सौम्य व्यवहार है। इसके अलावा वे पैसे देने में झिकझिक नहीं करते हैं।
नहीं फंसते कुछ टूरिस्ट्स
अगर कोई टूरिस्ट फंस जाता है तो ठीक है और उसे सेंट्रल टैंक के पास पानी में ताजमहल का रिफ्लेशन दिखाकर उसे टहला देते हैं। इस दौरान ऐसे भी टूरिस्ट्स होते हैं जो उनकी इस एक्टिविटीज को मूर्खतापूर्ण काम बताकर उन्हें फटकार भी लगाकर चले जाते हैं।
फ्री शू रैक पर भी वसूली
 टूरिस्ट्स के साथ छलावे का खेल यहीं खत्म नहीं होता है। रॉयल गेट से एंटर करते ही टूरिस्ट्स को कदम-कदम एएसआई एम्प्लॉइज की लपकागिरी का शिकार होना पड़ा है। ताज में टूरिस्ट्स के साथ उगाही का दूसरा प्वॉइंट शू रैक है। जहां ये सेवा फ्री है, लेकिन इसके बावजूद भी ड्यूटी पर तैनात एएसआई एम्प्लॉइज खुलेआम हर टूरिस्ट से शू रखने के पैसे वसूलता है। जब इस संबंध में एएसआई कर्मचारी से पूछा गया तो उसका कहना था कि हम मांगते नहीं हैं बल्कि टूरिस्ट्स अपने- आप अपनी खुशी दे जाते हैं।
 दिनभर की कमाई दो से तीन हजार
ताजमहल पर डेली 15 से 20 हजार टूरिस्ट्स आते हैं। अगर ऐसे में एएसआई एम्पलॉइज दिनभर में 200 से 300 पर्सन से 10 रुपए भी लेते हैं तो उनकी कमाई हजारों में पहुंच जाएगी।
कहां जाते हैं क्वॉइंस?
ताजमहल में टूरिस्ट्स से उगाही का दूसरा प्वॉइंट मुमताज की मजार है। यहां टूरिस्ट्स की भावना के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। मजार में जाने के लिए बनी सीडिय़ों को सालों पहले बंद कर दिया गया था। यहां आने वाले टूरिस्ट्स उनकी मजार पर पैसा चढ़ाते हैैं। ऐसे में सालों से बंद इस मजार पर क्वॉइंस का ढ़ेर लग जाना चाहिए। सूत्रों का कहना है कि फ्राइडे को ताज की सफाई जाती है। उस दौरान मजार की सीडिय़ों पर लगे ताले को खोलकर क्वॉइंस निकाल दिए जाते हैैं। इस दौरान 100 से 200 रुपए की रेजगारी छोड़ दी जाती है। ताकि आने वाले दिनों फिर से टूरिस्ट्स इसमें क्वॉइंस डाल दें।
फीलिग्स का उठाते फायदा
ताजमहल को करीब से जानने वाले एडवोकेट विजय वशिष्ट का कहना है कि यहां 30 साल पहले तक यहां कोई क्वॉइन नहीं डालता था। क्योंकि मुख्य मकबरे तक जाने के लिए केवल रास्ता है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि इसकी शुरुआत एएसआई एम्पलाइज ने ही की थी।
फेस टू फेस
इस तरह दिखते हैं दो ताज
(सनराइज और सनसेट के टाइम सेंट्रल टैंक के पास वाले फाउंटेन में रिफ्लेक्शन को )
एसआई एम्पलॉइज - सर, वेयर आर यू फ्रॉम?
टूरिस्ट- हैदराबाद
एसआई एम्पलॉइज -ताजमहल विजित फस्र्ट टाइम?
टूरिस्ट -यस
( इसके बाद टूरिस्ट्स से हिंदी में पूछने लगता है, क्या आपको हिंदी आती है.)
एसआई एम्प्लॉइज - आपने दो जात महल के बारे में सुना है?
टूरिस्ट - नहीं, काला ताजमहल।
एसआई एम्प्लॉइज- नहीं सर, मैैं आपको ताज के अंदर की दो ताजमहल दिख सकता हूं।
टूरिस्ट- कैसे?
एसआई एम्प्लॉइज- यही तो, आइए मेरे पीछे आइए। देखकर आपकी तबियत खुश हो जाएगी।  
(सेंट्रल टैंक के पास बने फाउंटेन के पास ले जाता है)
टूरिस्ट- सर, यहां देखिए। पानी में देखिए।
एसआई एम्प्लॉइज- देखिए सर, नजारा देखिए।
टूरिस्ट- ब्यूटिफुल
एसआई एम्प्लॉइज- है न, सर। इसके बारे आपको किसी ने नहीं बताया होगा।
एसआई एम्प्लॉइज-अरे, टूरिस्ट्स मार्बल को देखकर ही चले जाते हैैं। बहुत कम लोगों को इसकी जानकारी होती है।
टूरिस्ट- रीयली ये तो उस ताजमहल से भी अच्छा लग रहा है। थैंक्स सर।
टूरिस्ट- क्या आप गाइड हैं?
एसआई एम्प्लॉइज - नहीं एम्प्लॉई।
टूरिस्ट-ओके। अगेन थैक्स।
(करीब 15 मिनट रुकने के बाद चलने लगता है)
एसआई एम्प्लॉइज- सर-सर, मैंने आपको इतना अच्छा व्यू दिखाया। अगर कुछ चाय-पानी हो जाता तो।
टूरिस्ट-पैसे।
एसआई एम्प्लॉइज - जी।
टूरिस्ट- कितने जितना आप चाहे।
(टूरिस्ट उसे 50 रुपए दे देते हैं)
टूरिस्ट- इतने ठीक हैं।
एसआई एम्प्लाइज- ओक के सर, थैंक्स

 

 

Report by: Sharma.neeeraj@inext.co.in

Posted By: Inextlive