ट्विटर पर रेल मंत्री से लेकर डीआरएम तक हैं एक्टिव

ट्रेन की लेटलतीफी को छोड़ अन्य शिकायतों का हो रहा समाधान

ALLAHABAD: सफर के दौरान किसी पैसेंजर के अचानक बीमार होने, ट्रेन में सफाई न होने, पैंट्रीकार वेटर द्वारा घटिया क्वालिटी का भोजन देने पर यदि आपने रेल मंत्री से लेकर डीआरएम व रेलवे के अन्य अधिकारियों को ट्वीट कर दिया तो आपकी समस्या का तत्काल समाधान होगा। ट्रेनों की लेटलतीफी पर अभी भी राग ट्रैक मेंटेनेंस दोहराया जा रहा है।

हर 30 मिनट पर एक कम्प्लेन

पैसेंजर्स के प्रत्येक ट्वीट पर रेल मंत्री से लेकर जीएम, डीआरएम व अन्य अधिकारियों की विशेष नजर है। इसीलिए पिछले कुछ दिनों से रेलवे अधिकारियों के ट्विटर हैंडल पर कम्प्लेन वाली ट्वीट की संख्या काफी बढ़ गई है। स्थिति ये है कि हर 30 मिनट में एक कम्प्लेन हो रही है। इसका रिप्लाई संबंधित ट्विटर हैंडिल से 10 से पंद्रह मिनट में किया जा रहा है।

लेटलतीफी पर रटा-रटाया जवाब

दोपहर करीब 1.40 पर रांची से दिल्ली जा रही 12873 झारखंड एक्सप्रेस के पैसेंजर विवेक रंजन ने ट्वीट किया। 'झारखंड एक्सप्रेस को सुबह 7.10 तक कानपुर पहुंचना चाहिए तो दोपहर 1.50 तक ट्रेन इलाहाबाद के आस-पास भटक रही है। हमेशा के लिए यही स्थिति बन गई है.'

डीआरएम ने रिप्लाई किया

'असुविधा के लिए खेद है। आपकी सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। आपकी ट्रेन ट्रैक पर हैवी कंजेशन के कारण लेट चल रही है। हम इसमें सुधार का प्रयास कर रहे हैं.'

बुधवार को दिन में 11.47 पर जितेंद्र उपाध्याय ने डीआरएम इलाहाबाद को ट्वीट किया। सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन पर स्थित टिकट काउंटर पर तैनात कर्मचारी का व्यवहार बहुत ही खराब है। कस्टमर के साथ गाली-गलौज करता है और चिल्लाता है। करीब 12 मिनट बाद रिप्लाई करते हुए डीआरएम ने शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर मांगा। मोबाइल नंबर देते हुए शिकायतकर्ता ने कहा मेरी अकेले की नहीं, कई लोगों की यही शिकायत है। इसने सुबह 8 बजे से 11.30 तक केवल दो तत्काल टिकट और पांच जनरल टिकट बनाया।

डीआरएम ने दुबारा रिप्लाई किया, मामला जांच के लिए भेजा जा रहा है। अगर कर्मचारी दोषी पाया गया तो सख्त कार्रवाइ की जाएगी।

दोपहर 1.50 पर मनीष अग्रवाल ने डीआरएम को ट्वीट किया-जेम्स नामक का एक पैसेंजर दिल्ली-गुवाहाटी ब्रह्मापुत्र मेल में एसी-3 बी-1 कोच में सीट नंबर 26 पर सफर कर रहा है। उसे मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत है।

चार मिनट बाद डीआरएम की ओर से रिप्लाई करते हुए मोबाइल नंबर मांगा गया। मोबाइल नंबर देने के थोड़ी देर बाद पैसेंजर को मेडिकल ट्रीटमेंट अवेलेबल कराया गया।

अकोला निवासी हेमंत ने तीन जून को डीआरएम इलाहाबाद को ट्वीट किया। 16 मई को इलाहाबाद से अकोला के तीन पैकेट बुक कराया था। पैकेट अभी तक नहीं पहुंचा है। इलाहाबाद पार्सल कार्यालय भी जवाब नहीं दे पा रहा है। रिप्लाई करते हुए डीआरएम ने डॉक्यूमेंट मांगा। डॉक्यूमेंट के आधार पर डीआरएम ने बुधवार को रिप्लाई करते हुए बताया कि चीफ पार्सल सुपरवाइजर इलाहाबाद के अनुसार पार्सल 22 मई को 11056 ट्रेन से भेजा जा चुका है।

पैसेंजर्स को बेहतर सुविधाएं अवेलेबल कराना रेलवे की जिम्मेदारी है। इसलिए ट्विटर पर आए कम्प्लेन पर तत्काल कार्रवाई की जाती है। ज्यादातर मामलों में तत्काल एक्शन होता है।

अमित मालवीय

पीआरओ, एनसीआर

Posted By: Inextlive