- शहर से सटे रेलवे फाटकों पर ओवरब्रिज की जरूरत

- सोनौली बाईपास के नकहा रेलवे गेट पर बढ़ता जा रहा दबाव

GORAKHPUR: शहर में ट्रैफिक का लोड बढ़ने के साथ रेलवे क्रॉसिंग्स पर ओवरब्रिज और अंडरपास की जरूरतें बढ़ती जा रही हैं। शहर के भीतर दो जगहों पर अंडरपास बनाने की प्रक्रिया अंडर प्रोसेस है। लेकिन अन्य जगहों पर भी इसकी आवश्यकता महसूस की जाने लगी है। ट्रेन गुजरने के दौरान हाइवे पर बने रेलवे फाटकों को पार करने के लिए लोगों को काफी इंतजार करना पड़ता है। ट्रेन के पास होने पर वाहनों की लंबी कतारें जाम के हालात पैदा कर रही हैं। सीपीआरओ ने बताया कि कौआबाग अंडर पास का काम 15 दिनों के भीतर शुरू हो जाएगा। जरूरत पड़ने पर अन्य रेलवे गेट के संबंध में निर्माण संबंधी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इसका भी प्रपोजल रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा।

बाईपास पर ट्रैफिक के दबाव से परेशानी

शहर में आने वाले विभिन्न रास्तों पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है। हाइवे से गुरजने वाले सभी रेलवे गेट पर ओवर ब्रिज की डिमांड भी हो रही है। गोरखपुर-देवरिया, गोरखपुर-पिपराइच, गोरखपुर से फरेंदा हाइवे पर वाहनों को अक्सर डायवर्ट किया जाता है। इस वजह से इन जगहों पर रेलवे समपार फाटकों को पार करने में वाहनों की लंबी लाइन लग जाती है। ऐसे में इन सभी जगहों पर आवागमन सुगम बनाने के लिए ओवरब्रिज बनाए जाने की जरूरत पड़ने लगी है। रेलवे गेट बंद होने पर इन सभी जगहों पर एक किलोमीटर से अधिक की लंबी लाइन लग जाती है। इन सभी रेलवे गेट पर सबसे ज्यादा प्रॉब्लम नकहा रेलवे गेट पर होने लगी है। दोनों ओर से वाहनों का रेला लगने पर बरगदवां चौराहे से लेकर स्पो‌र्ट्स कॉलेज तक भीड़ हो जाती है। नकहा रेलवे गेट पर रैक लगने से अक्सर माल गाडि़यों की शटिंग की जाती है। इससे दिन में कई बार गेट बंद करना पड़ जाता है। इस रूट का इस्तेमाल बाईपास के रूप में किया जाता है। शहर में बरगदवां मोड़ से धर्मशाला तक वाहनों के आवागमन पर रोक लगने पर बाईपास पर वाहनों का दबाव तीनगुना बढ़ जाता है। रेलवे गेट पर यातायात व्यवस्था ठीक करने के लिए एनईआर के जीएम से आरपीएफ के जवानों की ड्यूटी लगाने की मांग की गई थी।

नंदानगर, कौआबाग में जरूरी अंडरपास

शहर में दो जगहों पर रेलवे क्रॉसिंग बंद होने से लोगों को प्रॉब्लम होती है। मोहद्दीपुर और नंदानगर के बीच नंदानगर रेलवे गेट बंद होने से पब्लिक को काफी इंतजार करना पड़ता है। दिनभर में दो दर्जन से अधिक ट्रेनों के गुजरने से थोड़ी-थोड़ी देर बाद गेट बंद हो जाता है। इसके अलावा कौआबाग में रेलवे वाशिंग पिट होने की वजह से यहां पर ट्रेनों को धुलाई के लिए ले जाया जाता है। एक ओर ट्रेनों के आवागमन से कौआबाग गेट बंद हो जाता है। तो दूसरी ओर वाशिंग पिट से ट्रेन स्टेशन पर जाती हैं। इस वजह से बार-बार रेलवे गेट बंद करना पड़ता है। यहां से गुजरने वालों को काफी प्रॉब्लम उठानी पड़ती है। हालांकि चार फाटक ओवर ब्रिज बनने से इस रास्ते से गुजरने वाले कई बार ट्रेन का इंतजार करने के बजाय फ्लाईओवर से चले जाते हैं।

इन रेलवे गेट पर बढ़ रहा दबाव

1. नकहा रेलवे क्रॉसिंग गेट - गोरखपुर-सानौली हाइवे

2. मानीराम-सिक्टौर रेलवे फाटक - गोरखपुर सोनौली हाइवे

3. चोरीचौरा- निबिअहवा रेलवे क्रॉसिंग- गोरखपुर- देवरिया रोड

4. करमहां रेलवे क्रॉसिंग गेट - सोनबरसा से फुटहवा ईनार रोड

15 दिन में शुरू होगा काम

रेलवे से जुड़े लोगों का कहना है कि कौआबाग अंडर पास बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। एक पखवारे के भीतर अंडरपास का कंस्ट्रक्शन शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा निबिअहवा और करमहां रेलवे गेट पर ओवरब्रिज बनाने के लिए प्रोसेस शुरू हो गई है। मानीराम और नकहा रेलवे गेट के संबंध में अधिकारी कोई सटीक जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर अन्य जगहों का सर्वे कराया जाएगा। इसका प्रपोजल बनाकर रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा। ताकि समय रहते निर्माण कार्य पूरा कराया जा सके। आने वाले दिनों में इन सभी रूट्स पर दो से तीन गुना ट्रैफिक का प्रेशर बढ़ जाएगा।

वर्जन

कौआबाग रेलवे गेट पर अंडर पास बनाने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। 15 दिनों के भीतर इसका निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। नंदानगर रेलवे क्रॉसिंग पर भी अंडर पास बनाने के संबंध में कार्रवाई चल रही है। पब्लिक की सुविधा को देखते हुए अन्य रेलवे गेट पर ओवरब्रिज की जरूरत पड़ने पर इसके संबंध में कार्रवाई की जाएगी।

- संजय यादव, सीपीआरओ

Posted By: Inextlive