तीन दिनों तक रात में ट्रैफिक स्टडी
-दून पुलिस का न्यू ट्रैफिक प्लान को लागू करने के लिए होमवर्क जारी
रात में पुलिस की गाडि़यों से ट्रैफिक की कर रहे स्टडी -फ्राइडे को होगा न्यू ट्रैफिक प्लान का फाइनल ट्रायल देहरादून, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के डेवलपमेंट वर्क्स के दौरान सिटी में ट्रैफिक चलाने के लिए दून पुलिस ने पूरा होमवर्क जारी है। फ्राइडे को न्यू ट्रैफिक प्लान का फाइनल ट्रायल होगा। इसके लिए दून के कप्तान अरुण मोहन जोशी ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसके लिए रात में लगातार तीन दिनों तक पुलिस अपनी गाडि़यों से ट्रैफिक की स्टडी भी कर रही है। इसके लिए कप्तान, एसपी सिटी समेत सभी अधिकारी रात में ट्रैफिक को खुद मॉनिटर भी कर रहे हैं। 6 प्वाइंट्स पर वर्कआउटदून के कप्तान अरुण मोहन जोशी ने बीते संडे को हुए न्यू ट्रैफिक प्लान के ट्रायल में सामने आई कमियों को चिन्हित कर 6 प्वाइंट्स पर वर्कआउट किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस की ओर से खुद इस बात की भी स्टडी की गई है कि प्रत्येक चौराहे से दूसरे चौराहे पर पहुंचने पर कितना समय लग रहा है, और उसी के अनुरूप ट्रैफिक प्लान में बदलाव किए जाएंगे। सबसे पहले मेन चौराहों पर बड़े फ्लेक्सी बोर्ड लगाकर लोगों को अवेयर किया जाएगा। इसके अलावा सभी स्कूल बसों के ड्राइवरों के साथ एक मीटिंग कंडक्ट की जा रही, इसमें सभी को रूट के बारे में जानकारी दी जाएगी।
पुलिस ने की तैयारी -घंटाघर, ओरिएंट चौक, कनक चौक,दर्शन लाल चौक व अन्य चौकों पर ऐसे स्थानों को चिन्हित कर बड़े फ्लेक्सी बोर्ड लगाकर अवेयर किया जाएगा। -सभी स्कूल बसों के ड्राइवरों के साथ मीटिंग कर रूट के बारे में जानकारी दी जाएगी। प्लान में बदलाव लैंसडौन चौक से दर्शन लाल चौक की ओर- दर्शन लाल चौक होते हुए प्रिंस चौक की ओर वाले वाहन बांये लेन पर चलेंगे। दर्शन लाल चौक होते हुए घंटाघर की ओर जाने वाले दाहिने लेन में चलेंगे। दर्शन लाल चौक से घंटाघर की ओर -चकराता रोड की ओर जाने वाले बांये लेन। -घंटाघर होते हुए राजपुर रोड की ओर जाने वाले दाहिने लेन में चलेंगे। घंटाघर से ओरियंट चौक की ओर - राजपुर की ओर जाने वाले बायें लेन में - ओरिएंट चौक होते हुए कनक चौक की ओर जाने वाले दाहिने लेन में चलेंगे। ---------------फ्राइडे को न्यू ट्रैफिक प्लान का फाइनल ट्रायल होगा। इसके लिए जो बदलाव आवश्यक हैं, उन पर वर्कआउट किया जा रहा है। प्लान को लागू करने में शुरुआत में थोड़ी परेशानी हो सकती है, लेकिन महीनों की स्टडी के बाद इस पर वर्कआउट किया जा रहा है। इसका परिणाम बेहतर होगा।
अरुण मोहन जोशी, (कप्तान) डीआईजी, देहरादून